जिसके साथ खाना खाया, साथ जा रहे थे घर, उसी ने करायी हत्या

भाई के हत्यारों की पवन द्वारा पैरवी करना खटक गया था हत्यारों कके

ALLAHABAD: जिस आदमी पर सबसे ज्यादा भरोसा किया। जिसके कहने पर होटल खाने और फिर उसे घर छोड़ने जा रहे थे, उसी ने हत्या की न सिर्फ साजिश रची बल्कि उसे अंजाम तक भी पहुंचा दिया। कारण था भाई के हत्यारोपियों की पैरवी करना। यही कहानी पुलिस ने बतायी है डिप्टी सीएम केशव मौर्या के करीबी और फूलपुर टाउन एरिया के भाजपा सभासद पवन केसरी हत्याकांड की। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है जबकि दो शूटर समेत तीन लोग पकड़ से बाहर हैं।

एक माह पहले रची थी साजिश

सभासद हत्याकांड का खुलासा करते हुए मंगलवार को पुलिस लाइंस सभागार में एसएसपी नितिन तिवारी, एसपी गंगापार और सीओ सुनील श्रीवास्तव की मौजूदगी में आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसएसपी ने बताया कि पवन केसरी की हत्या का प्लान करीब एक माह पहले रचा गया। योजना सिराज उर्फ सोनू, चचेरे भाई वकील उर्फ शानू व दोस्त साजन उर्फ बाबर, धीरज शर्मा, आरिफ, मुमताज, मनोज शोइरी ने मिलकर रची। एसएसपी के अनुसार सोनू तक ये अफवाह पहुंची थी कि शहजादे हत्याकांड का आरोपित मनोज तिवारी की पैरवी पवन कर रहा था। सत्तारूढ़ पार्टी का नेता होने की वजह से सोनू और उसके साथियों को लगता था कि पवन की पैरवी से आरोपियों को फायदा हो सकता है। पवन ने सीबीसीआइडी जांच की सिफारिश की थी। अभियुक्तों को आशंका थी कि यदि मामले की जांच सीबीसीआइडी करेगी तो मनोज छूट जाएगा।

योजना के तहत बुलाया खाने पर

योजना के मुताबिक, आठ मई की रात आरिफ और मुमताज दावत के बहाने पवन को दुबे ढाबा पर ले गए। खाना खाने के बाद आरिफ स्कूटी से पवन के साथ घर जा रहा था। अचानक उसने गली बदली और वहां पहुंच गया जहां शूटर मौजूद थे। साजन व राजू ने ओवरटेक कर शेखपुर मोहल्ले में पिस्टल से ताबड़तोड़ फायर किया मिशन को अंजाम दिया।

ये हुए हैं गिरफ्तार

सिराज उर्फ सोनू पुत्र मुस्ताक निवासी कर्नलगंज कस्बा, फूलपुर।

वकील उर्फ शानू पुत्र मो। अब्बास निवासी फूलपुर कस्बा

परवेज आलम पुत्र मो। जिलानी निवासी इस्माइल गंज कस्बा, फूलपुर।

- आरिफ पुत्र जियाउद्दीन निवासी शेखपुर पूर्व कस्बा फूलपुर

मुमताज पुत्र इजहार अहमद निवासी कोहना कस्बा फूलपुर

धीरज शर्मा पुत्र मानिक चंद्र निवासी कर्नलगंज कस्बा फूलपुर

ये अब तक पकड़ से बाहर

शूटर साजन उर्फ बाबर पुत्र मुमताज अहमद निवासी कर्नलगंज कस्बा फूलपुर

मनोज शोइरी पुत्र भोला निवासी शेखपुर फूलपुर

शूटर राजू पुत्र कैसर निवासी कर्नलगंज कस्बा फूलपुर

उर्मिला को लगी थी पहली गोली

हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी ने बताया कि शूटरों ने पवन को टारगेट करते हुए पहली गोली चलाई तो वह मोहल्ले में चारपाई पर बैठी उर्मिला नामक महिला के पैर में लगी। इसके बाद शूटरों ने एक के बाद एक चार गोलियां दागी। इसमें से तीन पवन को लगी। हत्याकांड में 32 बोर का असलहा प्रयोग किया गया था।

आईपीसी की धारा से नंबर सेव

एसपी गंगापार ने बताया कि हत्याकांड में मुखबिरी करने वाला सोनू का दोस्त धीरज शर्मा शातिर है। उसके मोबाइल को चेक किया गया तो पता चला कि उसने सोनू का नाम आईपीसी की धारा 302 और साजन का नाम 307 के नाम से सेव कर रखा था। पूछताछ में उसने बताया कि जिस आईपीसी की धारा से उसने नम्बर सेव किया था, आरोपित वैसी ही घटना को अंजाम देते हैं। भाई की हत्या के कारण सोनू को सरकारी गनर भी दिया गया था। साजिश रचते वक्त वह खाना खाने गया था। उसने सीसीटीवी कैमरे को पहले से सेट कर लिया था ताकि किसी को शक न हो। सोनू के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास समेत कुल नौ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

10 मिनट में पांच बार कॉल

पुलिस का कहना है कि आमतौर पर पवन ढाबे पर खाने नहीं जाता था। जिस दिन आरिफ उसे अपने साथ ले जाना चाह रहा था, उस दिन पवन ने एक साथी को छोड़कर ढाबे पर आने की बात कही। इस बीच आरिफ ने दस मिनट में ही पवन को पांच बार कॉल की। यहीं से उसकी भूमिका संदिग्ध हो गई। पुलिस का कहना है कि जब पवन के घरवालों ने आरिफ के नाम रिपोर्ट लिखाने की बात कही तो उसने सोनू व परवेज का नाम बता दिया था। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो वारदात की कहानी सामने आ गई।