कुंती और गांधारी दोनों के रोल के लिए दिए ऑडीशन

महाभारत में अपने रोल के बारे में बात करते हुए शफक ने बताया कि,'शुरुआत मैंने कुंती और गांधारी दोनों के रोल के लिए ऑडीशन दिया थाफिर चैनल से कॉल आया और मुझे पूछा गया कि मैं कौन सा रोल करना पसंद करूंगीमैंने बिना टाइम वेस्ट किए कुंती के रोल के लिए हां कर दियाआप यकीन नहीं मानेंगे कि मैं कॉल आने के आधे घंटे के अंदर ही पेपर्स साइन करने के लिए पहुंच गयी थी

मेरठ से मुम्बई तक का सफर

उत्तर प्रदेश के मेरठ में पली-बढ़ी शफक नाज ने मशहूर डांस डायरेक्टर सरोज खान से डांस की बारीखियां सीखीं और वहीं से उनके मुम्बई जाने का रास्ता भी खुलाशफक ने बताया कि,'मेरा बचपन मेरठ में बीता, पढ़ाई के साथ-साथ मैंने सरोज खान के इंस्टीट्यूट से डांस सीखाजब मैंने अपना कोर्स पूरा कर लिए तो सरोज खान जी ने मेरी मां से मुझे मुम्बई ले जाने के लिए कहाऔर इस तरह मैं मायानगरी आ गयी

मुश्किल नहीं था कैरेक्टर को समझना

मुस्लिम बैकग्राउंड होने के बावजूद भी महाभारत में कुंती का रोल निभाना शफक के लिए मुश्किल नहीं थाउन्होंने बताया कि,'मैंने बचपन से ही महाभारत के कैरेक्टर्स से वाकिफ थीथोड़ा बहुत मुझे हर कैरेक्टर के बारे में पता थाजहां तक सवाल मेरी फैमिली का है तो वो बहुत लिबरेल हैं और शायद इसीलिए मुझे ये किरदार निभाने में कोई भी दिक्क्त नहीं आयी

प्रोड्यूसर से नहीं है कोई शिकायत

यूं तो महाभारत का प्रमोशन हर जगह काफी जोर-शोर से किया और लगभग सभी किरदारों को उनमें दिखाया भी गया सिवाए कुंती केइस बारे में शफक कहती हैं,'मैं ये बात बिलकुल साफ कर देना चाहती हूं कि मेरा मेरे शो के प्रोडयूसर या डायरेक्टर किसी से भी कोई झगड़ा नहीं हैवो सभी लोग बहुत अच्छे और कोऑपरेटिव हैंअगर प्रोमो में मेरा किरदार नहीं दिखाया गया है तो जरूर ये चैनल की कोई स्ट्रैटिजी होगीऔर मुझे उससे कोई दिक्कत नहीं है

लखनऊ का खाना मिस नहीं करना चाहती

अपनी पहली लखनऊ विजिट पर लखनऊ आयीं शफक नाज ने बताया कि,'भले ही मैं मेरठ में पली-बढ़ी हूं, लेकिन ये मेरी पहली लखनऊ विजिट हैमैं हमेशा से लखनऊ आना चाहती थी और यहां का खाना टेस्ट करना चाहती थीं, लेकिन कभी मौका ही नहीं मिलाअब जब मुझे मौका मिला है तो मैं यहां का खाना मिस नहीं करना चाहती