- शहीद चंद्रमणि का पार्थिव शरीर नहीं पहुंचा गांव

- न नींद न चैन, आंसू से सराबोर हैं आंखें

KAUSHAMBI(28 Dec JNN): छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए चंद्रमणि यादव के पार्थिव शरीर के इंतजार में परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। माता-पिता व पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। घर में हाहाकार मचा हुआ है। रविवार को परिजनों को सांत्वना देने के लिए बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि पहुंचे। सांसद विनोद सोनकर के अलावा कई दलों के जनप्रतिनिधियों ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया।

चरवा थाना क्षेत्र के अयोध्या का पुरवा निवासी चंद्रमणि यादव ख्7 पुत्र मानसिंह यादव सीआरपीएफ के छत्तीसगढ़ बीजापुर कोर कैंप में तैनात था। शनिवार को जसपुर के जंगल में कां¨बग के दौरान नक्सलियों से मुठभेड़ में वह शहीद हो गया। इसकी जानकारी शनिवार की शाम को ही परिजनों को दे दी गई थी। सूचना आते ही घर में कोहराम मच गया था। रविवार को पार्थिव शरीर आने की उम्मीद थी, लेकिन नहीं आ सका। पता चला कि देर से पोस्टमार्टम होने के कारण पार्थिव शरीर रविवार को नहीं आया। जांबाज बेटे के अंतिम दर्शन के इंतजार में परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। पिता मानसिंह यादव ने अपने कलेजे पर पत्थर रख लिया और बेटे के शहीद होने पर उन्हें गर्व है। लेकिन चंद्रमणि की पत्नी साधना दहाड़े मारकर रो रही है। घटना की जानकारी होने पर रविवार को सांसद विनोद सोनकर शहीद के परिजनों से मिले।

एयर एंबुलेंस से शव मंगाने के लिए सीएम को पत्र

छत्तीसगढ़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान चंद्रमणि यादव के शव को सीआरपीएफ के अफसर रेलगाड़ी से भेज रहे हैं। इसकी जानकारी परिजनों को दी गई है। घने कोहरा व ठंड को देखते हुए शहीद का शव आने में देर हो सकती है। इसको देखते हुए सपा नेता व करारी के चेयरमैन मौला बक्स, हरिमोहन यादव व शरद यादव ने सीएम को पत्र भेजकर शहीद के शव को एयर एंबुलेंस अथवा सीआरपीएफ के हेलीकाप्टर से भेजने की मांग की है।