सोते रहे जीएमसी अफसर

झारखंडी मोहल्ले में आवास विकास कालोनी में तकरीबन 25 से अधिक फैमिली रहती है। कालोनी के बीच में छोटा पार्क है। खाली जगह होने की वजह से कालोनी के साथ पास पड़ोस के लोग उसमें कूड़ा डाल जाते थे। कूड़े की बदबू से लोगों का जीना दूभर हुआ तो जीएमसी अफसरों से शिकायत करने लगे। अफसरों ने शिकायत नहीं सुनी।

चंदे से बदली बदहाली की सूरत

कूड़े के जमा होने से मोहल्ले में बीमारी फैलने लगी तो लोग परेशान हो गए। मोहल्ले के बनवारी लाल खेमका ने पहल करके लोगों से चंदा जुटाया। पार्क की साफ सफाई में हर फैमिली ने मदद की। पार्क में से 20 ट्राली से अधिक कूड़ा निकला। इसके बाद बाद मिट्टी डालकर पार्क को लेवल किया गया। इसके बाद वहां पेड़ पौधे और नरम नरम घास प्लांट किए?गए। मोहल्ले के जटाशंकर लाल, सुदीप यादव, एनम त्रिपाठी, सत्य प्रकाश पति त्रिपाठी, परमानंद दुबे, अब्दुल अजीम सिद्दीकी, अंजुमन ने अपनी अथक मेहनत से एक ऐसे पार्क को गुलजार कर दिया जहां से निकलने वाले हवाए लोगों को अपनी नाक बंद करने पर मजबूर कर देती थी।

मुस्कुराती है गुलमोहर, हंसती है रातरानी

पार्क में नीम के तीन पेड़ों के साथ कई फूलों की वैराइटी मौजूद है। गेंदा, रातरानी, डहेलिया, गुलमोहर, आंवला सहित कई पौधे लगे हुए है। हालत यह है कि गेंदे का फूल तोड़ने को लेकर ब'चों में झगड़ा होता है। अब वे कोशिश कर रहे हैं कि यह हर्बल प्लांट लगाए जाएं, ताकि वे सेहत सुधारने के काम भी आ सकेें। मोहल्ले वाले बड़ी शान से बताते हैं कि जाड़े में महिलाओं और ब'चों को गुनगुनी धूप का मजा मिलता है तो मार्निंग वॉक के लिए जगह मुफीद हो गई है। पेड़-पौधों की देखभाल के लिए लोगों ने माली रखा है। वह रोजाना पौधों को पानी दे जाता है। उसके न आने पर पब्लिक खुद ही देखभाल करती है।

बालकनी में खड़े होने पर कूड़ा करकट देखकर ब्लड प्रेशर बढ़ जाता था। अब पार्क की तरफ  देखने से आंखों को सकून मिलता है।

बनवारी लाल खेमका

आठ साल से मोहल्ले में रहते हैं। कूड़े करकट की वजह से ब'चों को घर से नहीं निकलने दिया जाता था। अब दिन भर ब'चे पार्क में खेलते रहते हैं।

शैलजा चतुर्वेदी

इस पार्क की देखरेख करने की वजह से मोहल्ले के लोगों की बीच सौहार्द बढ़ा है। पूरी कालोनी प्रदूषण मुक्त हो चुकी है।

मिथिलेश शाही

ब'चों के खेलने के लिए कोई अ'छी जगह नहीं थी। पार्क में अ'छा माहौल होने से अब दिन भर ब'चे खेलते हैं। गेट बंद होने से किसी तरह का खतरा नहीं रहता है।

मानवेंद्र सिंह

यदि पब्लिक ऐसा कर रही तो अ'छी बात हैं। लोगों को चाहिए कि कालोनी को साफ सुथरा रखने में मदद करें। हम अभी हाल में यहां आए हैं। अ'छे कामों की पब्लिक का सहयोग किया जाएगा।

गोपी कृष्ण, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर

Report : arun.kumar@inext.co.in