-सबलू के कृपापात्र पुलिसकर्मी का है ये फलसफा

-डिपार्टमेंट के इन विभीषणों को मालूम था बादशाह के मर्डर के बारे में

KANPUR :

हिस्ट्रीशीटर शानू बादशाह के हत्यारोपी सबलू के कृपापात्र पुलिस कर्मी डिपार्टमेंट से ज्यादा उसके प्रति वफादार है। वे डिपार्टमेंट से तो गद्दारी कर सकते है, लेकिन उससे नहीं। इसका प्रमाण यह है कि पुलिस डिपार्टमेंट के इन विभीषणों को शानू के मर्डर के बारे में मालूम था, लेकिन उन्होंने आला अधिकारियों को सूचित नहीं किया। बल्कि इन्हीं कथित पुलिस कर्मियों ने उसको जिले से बाहर चले जाने की सलाह दी थी, ताकि उस पर शक न हो। अब सवाल है कि इन पुलिस कर्मियों पर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। क्या इन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने से आला अधिकारी बच रहे है या फिर कोई और रीजन है?

हर महीने सबलू की कृपा बरसती थी।

वैसे तो हत्यारोपी सबलू के कई पुलिस कर्मियों से करीबी संबंध हैं, लेकिन दो सिपाही उसके बेहद करीबी है। इसमें एक सिपाही हाल ही में क्राइम ब्रांच से हटाया गया है। यह सिपाही ग्वालटोली थाने परिसर में स्थित कॉलोनी में रहता है, जबकि दूसरा सिपाही क्राइम ब्रांच में तैनात है। सोर्सेज के मुताबिक इन दोनों पर हर महीने सबलू की कृपा बरसती थी। इन दोनों को सबलू के हर प्लान के बारे में मालूम रहता है। इन्हें बादशाह के मर्डर के बारे में भी मालूम था, लेकिन इन दोनों ने न तो उसे रोका और न ही उसके प्लान के बारे में आला अफसरों को बताया। दोनों ने डिपार्टमेंट से गद्दारी कर सबलू से वफादारी निभाई।

वारदात के पहले दोनों से मिला था सबलू

बादशाह की मौत का समय मुकर्रर हो चुका था। सबलू प्लानिंग के तहत मुंबई से शहर आया। यहां पर कालू कार्लोस, शानू ईगल और शानू कंटर उसका पहले से इन्तजार कर रहे थे। तीनों ने ही सबलू को रिसीव किया था। इसके बाद सबलू ड्राइवर और सबसे खास गुर्गे शानू कंटर के साथ इन्हीं दोनों सिपाहियों से मिलने गया। दोनों ने सबलू को बताया कि उसे वारदात के बाद किस तरह से भागना है। इसके बाद सबलू ने वारदात को अन्जाम दिया था।

सर्विलांस से बचने का पैतरा बताया था

हिस्ट्रीशीटर सबलू ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है, लेकिन उसे सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरे समेत अन्य इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स के बारे में सब मालूम है। इन्हीं दोनों सिपाहियों ने उसे अपडेट कर सर्विलांस से बचने का पैतरा बताया है। इन्हीं दोनों ने उसे बताया है कि अगर उसे क्राइम करके जिन्दा रहना है तो उसे मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने ये भी बताया कि अगर उसको वारदात करनी है तो उसे सबसे पहले अपनी लोकेशन शहर के बाहर दिखानी होगी। सबलू उन्हीं की सलाह पर मुंबई और वहां पर अपना मोबाइल छोड़ आया, ताकि वारदात के समय उसकी लोकेशन मुंबई में मिलें। वो दोनों सिपाहियों की ही सलाह पर उसी होटल में रुका। जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे, ताकि उसकी मुंबई में होने की तस्दीक हो जाए।

तो दो नम्बर यूज करता था सबलू

सबलू का काफी शातिर है। उसने करीब एक महीने पहले बादशाह और पिच्चा में एक को मारने की प्लानिंग कर ली थी। उसने तभी इन्हीं दोनों सिपाहियों के जरिए प्लान बताया। तभी उसने प्लान के तहत दूसरा नम्बर लिया था। इस नम्बर के बारे में सिर्फ उन्हीं को मालूम था, जो उसके प्लान में शामिल थे। पुलिस को इसका पता चल गया है। अब पुलिस सबलू के दूसरे नम्बर का पता लगा रही है, ताकि वारदात के दिन की उसकी असली लोकेशन पता चल सके।

आज सरेंडर करेंगे ईगल और कार्लोस

हिस्ट्रीशीटर शानू बादशाह के हत्यारोपी कालू कार्लोस और शानू ईगल सोमवार को कोर्ट में सरेंडर करेंगे। इसके लिए कालू कार्लोस ने सीएमएम कोर्ट में सरेंडर एप्लीकेशन डाली थी। इसकी भनक पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस ने कचहरी के बाहर कालू और ईगल को पकड़ने का जाल बिछाया है। अब ये देखना है कि कालू कार्लोस और शानू ईगल पुलिस को गच्चा देकर कोर्ट में सरेंडर कर पाएंगे या नहीं। वहीं, ये भी कयास लगाया जा रहा है कि कार्लोस और ईगल ने मीडिया को भ्रमित करने के लिए यह एप्लीकेशन डाली है, ताकि वे सबलू के कृपापात्र पुलिस कर्मियों के जरिए थाने में सरेंडर कर दें।