मिर्जापुर में हुए तिहरे हत्याकांड में नाम आने के बाद घोषित हुए था इनाम

इलाहाबाद में रेलवे के कांट्रैक्टर की हत्या में था शामिल, पुलिस कर रही थी तलाश

ALLAHABAD: मिर्जापुर में हुए तिहरे हत्याकांड का आरोपी और माफिया सरगना मुन्ना बजरंगी गैंग का शार्प शूटर धर्मेन्द्र ऊर्फ रिंकू सिंह मंगलवार को एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। उस पर पचार हजार रुपए का इनाम घोषित था। उसका नाम झूंसी में हुई रेलवे के कांट्रैक्टर की हत्या में भी सामने आया था। पुलिस इस मामले में भी उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है।

2008 में मुन्ना के सम्पर्क में आया

मुन्ना बजरंगी गैंग के शातिर शार्प शूटर धर्मेन्द्र ऊर्फ रिंकू मिर्जापुर जिले का निवासी है। 2008 में रिंकू का सम्पर्क उसके जानने वाले बच्चा यादव के जरिए मुन्ना बजरंगी से हुआ। इसके बाद उसने एक के बाद एक कई वारदातों को अंजाम दिया। टीम की पूछताछ में रिंकू ने बताया कि उसने 2009 में सिंटू सिंह व बच्चा यादव के साथ मिलकर सोरांव एरिया में मुनीम नामक व्यक्ति से नौ लाख रुपए की लूट करने के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा मुन्ना के रंगदारी की रकम उसके बताए हुए ठिकाने पर गोपनीय तरीके से पहुंचाया करता था। ठेकेदारों से उन्हें बड़े टेंडर दिलाने के नाम पर कमीशन लिया जाता था। कुछ महीने पहले मिर्जापुर जिले में एक तिहरे हत्याकांड में वांछित होने के साथ ही उस पचास हजार का ईनाम घोषित किया गया था। जून महीने में प्रताप सिंह ठेकेदार की हत्या के मामले में कमीशन को लेकर कल्लू पाण्डेय व सूरज पाण्डेय की हत्या में रिंकू आरोपी है। एसटीएफ को इस मामले में तभी रिंकू की तलाश थी।

कई बार शहर आया गया

मंगलवार एसटीएफ को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि नैनी में रिंकू अपने अन्य साथियों के साथ मौजूद है। इसके बाद एसटीएफ ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और टीम के साथ इलाके में उसके ठिकाने पर धावा बोल दिया। यहां हल्की मुठभेड़ के बाद रिंकू को पकड़ लिया गया जबकि उसके दो साथी भागने में कामयाब रहे। रिंकू ने एसटीएफ को बताया कि मुन्ना बजरंगी के साले की हत्या कुछ समय पहले ही अज्ञात बदमाशों द्वारा की गई थी। इसके बाद वह काफी बौखला गया था। अपनी साख को बचाने के लिए उसे वह गैंग के अन्य साथियों को हत्यारों की खोजबीन के लिए कहा गया था। इस सिलसिले में वह शहर के अलावा लखनऊ भी कई बार आया गया। मगर कोई सफलता हाथ नहीं लगी। एसटीएफ प्रभारी सीओ प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि मिर्जापुर में हुई राजेश चौधरी, कल्लू पाण्डेय व सूरज पाण्डेय के कत्ल में रिंकू की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी। ये लोग अपने साथियों के साथ नैनी किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।

बरामदगी

एक 32 बोर की पिस्टल

दो जिंदा व पांच खाली 30 बोर का कारतूस

तीन जिंदा 32 बोर का कारतूस

एक बिना नम्बर की चार पहिया

जेब में मिले 12 सौ रुपए नगद