- 2005 में तत्कालीन एसएसपी को फोन पर चेतावनी के बाद की थी सिलसिलेवार हत्या

- 45 मिनट में हुसैनगंज, खदरा और मडि़यांव में की थी हत्या

- भाई की मौत का बदला लेने के लिए ठीक एक साल बाद घटना को दिया था अंजाम

LUCKNOW :

पुलिस एनकाउंटर में मारा गया सुनील सीरियल किलर ब्रदर्स का शार्प शूटर था। कभी मारपीट और मामूली झगड़े करने वाला सुनील सीरियल किलर ब्रदर्स के संपर्क में आया और 2013 को उसने अमीनाबाद में सनसनीखेज हत्या को अंजाम दिया था। सीरियल किलर ब्रदर्स का भी अपराध की दुनिया में सफर बहुत पुराना नहीं है। 2005 में तीनों भाइयों ने सनसनीखेज तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। उन्होंने तत्कालीन एसएसपी को फोन करके हत्या की चेतावनी दी थी और 45 मिनट में तीनों हत्या को अंजाम दिया था।

भाई की हत्या का लिया था बदला

कैंट में रहने वाले सलीम, रूस्तम, सोहराब और जावेद भाई थे और सभी दबंग प्रवृत्ति के थे। 2004 में ईद की चांद रात को जावेद की हत्या कर दी गई थी। भाई की हत्या के बाद तीनों भाइयों ने बदला लेने का प्लॉन बनाया और ठीक एक साल बाद 2005 की चांद रात को जावेद की हत्या में शामिल तीनों युवकों को अलग-अलग जगहों पर मौत के घाट उतार दिया था। सलीम, रूस्तम और सोहराब के साथ गैंग के दर्जनों बदमाशों ने बाइक और मारूति वैन से हुसैनगंज, खदरा और मडि़यांव में आकर वारदात को अंजाम दिया था।

पुलिस को भी दिया था चकमा

सीरियल किलर ब्रदर्स ने तत्कालीन एसएसपी आशुतोष पांडेय को फोन पर हत्या की चेतावनी दी थी। बड़ी घटना की आशंका पर एसएसपी ने कैंट थाना क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी तैनात कर दी थी, लेकिन तीन भाइयों ने अपने गैंग के साथ पुलिस को चकमा दिया और एरिया से निकलकर 45 मिनट में अलग-अलग हत्या को अंजाम दिया था।

दिल्ली और पश्चिम क्षेत्र में की वारदात

इस सनसनीखेज घटना से पूरी राजधानी दहल गई थी। तब से तीनों भाइयों का अपराध की दुनिया में सिक्का चलने लगा। वसूली, भाड़े पर हत्या जैसी कई संगीन वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। तीनों भाइयों ने दिल्ली की एक ज्वैलरी शॉप में दिन दहाड़े डकैती की थी। जिसमें वह पकड़े गए थे और तिहाड़ जेल में बंद हैं। इससे पहले 2012 में मीट कारोबारी मो। साबेद की हत्या भी उनके इशारे पर ही की गई थी और 2013 में छावनी परिषद के पार्षद श्याम नारायण पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय की अमीनाबाद में सरेआम हत्या सुनील शर्मा ने की थी। जिसमें सुनील शर्मा को पुलिस ने रंगेहाथ पकड़ लिया था और वह तब से जेल में था। सीरियल किलर ब्रदर्स के इशारे में 2016 में मो। जैद की भी हत्या हुई थी। जिसमें नए शूटर को हायर किया गया था।

नए शूटर से कराते थे वारदात

सीरियल किलर ब्रदर्स भाड़े पर हत्या कराने के लिए नए शूटर का यूज करते थे। ताकि वह पुलिस की निगाह से बच सकें। 2007 के बाद से उनके गैंग में कई शूटर थे। जिसमें सुनील शर्मा एक था। सुनील तीनों भाइयों का खास शूटर था और जेल में रहने के दौरान भी वह उनके लिए काम करवाता था। जिसकी वजह से उसे लखनऊ जेल से हरदोई जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।