चलाई थीं पांच गोलियां

गौरतलब है कि फ्राइडे को दो बदमाशों ने सैलून के अंदर घुस किडनैपिंग किंग को मौत के घाट उतार दिया था। सोर्सेज की मानें तो बदमाशों ने हत्याकांड में नाइन एमएम व 365 बोर का हथियार इस्तेमाल किया था। हालांकि ये हथियार पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। लेकिन, फिर भी ज्यादातर बदमाश इन्हीं हथियारों का यूज कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है कि  नाइन एमएम पिस्टल से चली दो गोलियां भूरा के सिर में लगी थीं, जो कि आरपार हो गई थीं। वहीं 365 बोर की दो गोलियां हाथ और एक सीने में धंसी मिली।

श्यामा पर भी शक

पुलिस भूरा यादव की मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है। मामले में भूरा की पत्नी गीता यादव ने बताया कि वारदात वाली सुबह भूरा की पोरी के श्यामा से बात हुई थी। उसका आरोप है कि श्यामा ने ही भूरा के सैलून पर जाने की बात दुश्मनों को बताई है। पुलिस फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की मदद भी ले रही है। बदमाशों द्वारा निकाली गई बैटरी को भी कब्जे में ले लिया है।

जमीन का था विवाद

भूरा यादव की मौत का कारण जमीन ही बनी है। बताया जा रहा है कि नामी हिस्ट्रीशीटर के दोस्त की 1800 गज जमीन को भूरा ने खरीद लिया था। इस पर विवाद चल रहा था। एसेंबली इलेक्शन के दौरान सपा कैंडीडेट से उसकी नजदीकी भी बढ़ी थीं। उसकी इस पैठ को लेकर उसके दुश्मनों में भी खलबली थी। सोर्सेज का कहना है कि इसके चलते ही भूरा की सुपारी शॉर्प शूटरों को दी गई।

शार्प शूटर्स तो नहीं

भूरा मर्डर केस में पुलिस का शक शार्प शूटर्स की तरफ जा रहा है। महज एक  से दो मिनट में बदमाशों ने भूरा को ठिकाने लगा दिया। इस अंदाज में सिर्फ शॉर्प शूटर ही घटना को अंजाम दे सकते हैं। पुलिस का शक मेरठ और इलाहाबाद के शूटर्स की ओर भी जा रहा है। गौरतलब है कि ईयर 2010 में ज्वेलर शैलकुन्द्रा हत्याकांड में भी बदमाशों ने महज चालीस सेकेंड में घटना को अंजाम दे दिया था। शैल कुंद्रा हत्याकांड को शॉर्प शूटर्स ने ही अंजाम दिया था। दो माह पहले हुई सपा नेत्री शम्मी कोहली को भी बदमाशों ने सिर्फ 50 सेकेंड में गोलियों से भून दिया था।