अगले चरण में शताब्दीनगर और गंगानगर जोनल पार्क को किया जाएगा डेवलप

डॉ। योगी ऐरन के निर्देशन में शुरू होगा वेदव्यासपुरी जोनल पार्क में पौधरोपण

Meerut। वेदव्यासपुरी की तर्ज पर मेरठ विकास प्राधिकरण शताब्दीनगर और गंगानगर जोनल पार्क को विकसित करेगा। प्राधिकरण की मंशा शहर के विभिन्न हिस्सों में जनसामान्य को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण मुहैया कराना है। जहां पर सभी अपने परिवार के साथ सैर-सपाटा कर सकें।

बदहाल हैं जोनल पार्क

मेरठ में एमडीए द्वारा विकसित ज्यादातर जोनल पार्क बदहाली के शिकार हैं। दरअसल, आवासीय योजनाओं में प्राधिकरण ने वेदव्यासपुरी, शताब्दीनगर और गंगानगर में जोनल पार्को की स्थापना की थी। समय-समय पर प्राधिकरण द्वारा इन पार्को में पौधरोपण किया गया, विजिटर्स के लिए वॉकिंग एरिया और झूले आदि भी लगाए गए। किंतु रख-रखाव के अभाव में ज्यादातर जोनल पार्क बदहाली का शिकार हो गए।

एमडीए कराएगा प्लांटेशन

कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देश पर एमडीए फिलहाल वेदव्यासपुरी जोनल पार्क का कायाकल्प कर रहा है। प्रसिद्ध पर्यावरणप्रेमी डॉ। योगी ऐरन के निर्देशन में इस पार्क को हरा-भरा बनाया जा रहा है। मानसून से पूर्व बड़े पैमाने पर एमडीए जोनल पार्क में प्लांटेशन कराएगा। यह पार्क देहरादून स्थित 'जंगल-मंगल' की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर एमडीए वीसी साहब सिंह का कहना है कि वेदव्यासपुरी के बाद एमडीए अन्य जोनल पार्को का भी कायाकल्प करेगा।

इनसेट

जरा इधर भी गौर करें

जोनल पार्को के कायाकल्प का दावा कर रहे एमडीए के अफसर विभिन्न आवासीय कॉलोनियों में बने पार्को की बदहाली की ओर गौर कर लें। पिछले दिनों एमडीए वीसी की पहल पर सभी अधिकारियों (जूनियर इंजीनियर स्तर के) को एक-एक पार्क गोद दिया गया था। योजना थी कि सभी अफसर इन पार्को में जाएंगे और बदहाली दूर करने के लिए कार्ययोजना बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एक भी अफसर ने गोद मिले पार्क को विकसित करने में रुचि नहीं दिखाई।

वेदव्यासपुरी की तर्ज पर प्राधिकरण अन्य जोनल पार्को को विकसित करेगा। ताकि शहरवासियों को एक स्वच्छ और स्वस्थ माहौल घर के आसपास ही मिल सके। गोद लिए गए पार्को की स्थिति का परीक्षण कराया जाएगा।

साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए