शोले और दीवार की थी रिजेक्ट
एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने खुलासा किया था कि, उन्होंने आज तक फिल्म 'शोले' और 'दीवार' नहीं देखी। ये फिल्में पहले शत्रुघ्न सिन्हा को ऑफर हुईं थीं लेकिन उस वक्त उन्होंने इंकार कर दिया था। बाद में ये फिल्में अमिताभ बच्चन को मिल गईं और वो सुपरस्टार बन गए। शत्रुघ्न ने बताया कि उन्हें आज भी इस बात का अफसोस होता है लेकिन खुशी भी है कि उनका दोस्त (बिग बी) ये फिल्में करके स्टार बन गया।
पहली फिल्म थी 'साजन'
शत्रुघ्न की पहली हिंदी फ़िल्म डायरेक्टर मोहन सहगल निर्देशित 'साजन' (1968) के बाद अभिनेत्री मुमताज़ की सिफारिश से उन्हें चंदर वोहरा की फ़िल्म 'खिलौना' (1970) मिली। इसके हीरो संजीव कुमार थे। बिहारी बाबू को बिहारी दल्ला का रोल दिया गया। शत्रुघ्न ने इसे इतनी खूबी से निभाया कि रातों रात वे निर्माताओं की पहली पसंद बन गए।
ये हैं उनकी चर्चित फिल्में
शत्रुघ्न ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी। जिसमें रामपुर का लक्ष्मण (1972), कश्मकश (1973), एक नारी दो रूप (1977), परमात्मा (1978), दिल्लगी (1978), अमर शक्ति (1978), मुकाबला (19 7 9), जानी दुश्मन (1979) मुख्य हैं। शत्रुघ्न ने फिल्मों के साथ-साथ राजनीति में भी एक सफल पारी खेली। वे बिहार के पटना साहिब से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं।
आइए पढ़ें उनके 10 दमदार डॉयलॉग्स :
फिल्म 'बेताज बादशाह' का ये डायलॉग अक्सर लोग बोलते हैं। जिसे शत्रुघ्न ने बोला था।
यह डायलॉग साल 1978 में शत्रुघ्न की सुपरहिट फिल्म 'विश्वनाथ' का है।
यह डायलॉग 1994 में आयी फिल्म 'बेताज बादशाह' का है। जो काफी फेमस हुआ।
फिल्म 'आन' मेन एट वर्क में शत्रुघ्न का बोला ये डायलॉग भी काफी पॉपुलर है।
2010 में फिल्म आयी थी 'रक्त चरित्र' में शत्रुघ्न ने कुछ ऐसा डायलॉग बोला था।
1975 में शत्रुघ्न की फिल्म 'कालीचरण' रिलीज हुई थी। जिसमें उन्होंने कुछ ऐसा ही डायलॉग मारा था।
फिल्म 'बेताज बादशाह' का यह एक और डायलॉग चर्चित है।
फिल्म रक्त चरित्र का ये डायलॉग भी लोगों को पसंद आया था।
2004 में आयी फिल्म 'आन मेन एट वर्क' में शतुघ्न ने कुछ ऐसा बोला था।
शत्रुघ्न की सुपरहिट फिल्म 'विश्वनाथ' का ये डायलॉग भी काफी पसंद किया गया।
Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk