- वर्ष 2009 में हो गया था वार्न बेबी फोल्ड का लाइसेंस एक्सपायर

- लाइसेंस के रिन्यूअल में प्रशासन का अड़ंगा

BAREILLY :

आजादी से पहले का बना हुआ मंडल का पहला वार्न बेबी फोल्ड इस समय अवैध रूप से चल रहा है। क्योंकि प्रशासन ने इसका आठ वर्ष से लाइसेंस रिन्यूअल ही नहीं किया है, जिससे वार्न बेबी फोल्ड में नए बच्चे नहीं रखे जा रहे हैं। ऐसे में, जब कभी लावारिस नवजात या मासूम मिलते हैं, तो उन्हें दूसरे डिस्ट्रिक्ट भेजना पड़ता है।

1919 में हुई थी स्थापना

शहर में वार्न बेबी फोल्ड की स्थापना शहर में 1919 में पहली बार हुई थी। तब से यहां पर बच्चे रखने और गोद देने का काम चलता रहा। बच्चों को गोद देने का काम सरकार ने ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए कर दिया। लेकिन संस्था में बच्चों को रखने का काम चलता रहा। लाइसेंस रिन्यूअल नहीं होने के चलते संस्था ने वर्ष 2015 से नए बच्चों की एंट्री पर रोक लगा दी है। जिससे नए बच्चों को दूसरी संस्था को भेजा जाने लगा है।

74 बच्चे हैं रजिस्टर्ड

अंग्रेजों के समय से चल रहे इस वार्न बेबी फोल्ड को सरकार से काई मदद नहीं मिलती है। संस्था चैरिटी से बच्चों की देखरेख का खर्चा वहन करती है। इसके बाद भी संस्था में रहने वाले बच्चों को पढ़ाई, स्पो‌र्ट्स और ट्रेनिंग के साथ पूरी सुविधा दी जाती है। संस्था की संचालिका ने बताया कि इस समय 74 बच्चे रह रहे हैं, जिसमें तीन एडॉप्सन वाले बच्चे हैं। इनमें से कई बच्चे दूसरे डिस्ट्रिक्ट के हॉस्टल में रहकर ट्रेनिंग या फिर पढ़ाई कर रहे हैं।

शादियां भी कराती है संस्था

वार्न बेबी फोल्ड में रहने वाले बच्चे जब बालिग हो जाते हैं, तो वह अपनी मर्जी से कहीं जा सकते हैं, लेकिन जब तक वह बालिग नहीं हो जाते हैं। उनकों संचालिका के निर्देशन में रहना होता है। इसके बाद अधिकांश बच्चे ट्रेनिंग करने के बाद जॉब पा लेते हैं, लेकिन जिन बच्चों को जॉब नहीं मिलती है और वह संस्था में रहते हैं तो संस्था उनकी शादी भी कराती है। जिसमें से वर्ष 2013-14 में दो लड़कियों की और 2012 में एक लड़के की शादी भी करा चुकी है।

आपत्ति के कारण फंसा रिन्यूअल

वार्न बेबी फोल्ड का लाइसेंस रिन्यूअल कराने में अफसरों की लापरवाही भारी पड़ रही है, जिसके चलते अभी तक रिन्यूवल की प्रक्रिया अटकी हुई है। जानकारी करने पर पता चला कि संचालिका ने कई बार लाइसेंस रिन्यूअल कराने के लिए अप्लाई किया, लेकिन इससे पहले रही डीपीओ ने रिन्यूअल फाइल में आपत्ति लगा दी थी, जिसके चलते रिन्यूइल नहीं हो सका।

लाइसेंस रिन्यूवल के लिए अप्लाई कर दिया है। लेकिन संस्था में रहने वाले बच्चों को कोई असुविधा नहीं होने दी जाती है। इसके साथ ही उन्हें एजुकेशन के साथ टेक्नीकल एजुकेशन की भी पढ़ाई की सुविधा दी जाती है।

एम। मैसी, संचालिका, वार्न बेबी फोल्ड

वार्न बेबी फोल्ड के पंजीकरण रिन्यूअल की फाइल निदेशालय को भेजी है। निदेशालय से फाइल पर अप्रूवल मिलते ही पंजीकरण रिन्यूअल हो जाएगा। रिन्यूअल से पहले वर्न बेबी फोल्ड से कोई बच्चा गोद नहीं दिया जा सकता है।

नीता अहिरवार, डीपीओ