-राजकीय संप्रेक्षण गृह और नारी शरणालय में दिया गया था प्रशिक्षण

BAREILLY: शहर के शेल्टर होम में रहने वाले किशोर और महिलाएं अब अपने समय का सदुपयोग कर हुनरमंद बन रहे हैं। किला के राजकीय संप्रेक्षण गृह में रहने वाले किशोर और नारी शरणालय में रहने वाली महिलाओं को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया। जिससे इस बार शेल्टर होने में रहने वाले किशोर और महिलाओं ने रक्षाबंधन के लिए राखियां बनाई हैं। जिन्हें वह अफसरों को गिफ्ट और दूसरे शेल्टर होम में भाई-बहनों को भेजेंगे।

शिक्षक से दिलाया प्रशिक्षण

राजकीय संपे्रक्षण गृह किला में रहने वाले किशोर पढ़ाई और गेम के बाद अपना पूरा समय खाली बिताते हैं। वहीं नारी शरणालय में रहने वाली महिलाएं ट्रेनिंग आदि करने के बाद बचा समय खाली बिता रही थी। रक्षाबंधन के त्योहार पर डिप्टी सीपीओ नीता अहिवार ने उनके लिए प्लान बनाया। ताकि वह भी हुनरमंद बन सके। उन्होंने शेल्टर होम में रहने वाले किशोर और महिलाओं को राखी और लिफाफा बनाने का प्रशिक्षण दिलवाया। इसके लिए उन्होंने किशोरों और महिलाओं के लिए रॉ मैटीरियल उपलब्ध कराया। साथ ही शिक्षक के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाया। जिसके बाद सभी ने ग्रुप बनाकर खूब राखियां बनाईं। उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के बाद शेल्टर होम में रहने वाले किशोर और महिलाओं को बैग आदि बनाने का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।

भाइयों को बांध्ोंगी राखी

नारी शरणालय में रहने वाली महिलाएं अपने भाइयों को भी यही राखियां बांधेंगी। वहीं डिप्टी सीपीओ ने बताया कि राखियां अधिक बन गई तो दूसरे शेल्टर होम में भेज कर यूज की जाएंगी। साथ ही तैयार की गई राखियां किशोर और महिलाएं अफसरों को भी गिफ्ट करेंगे।

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नारी शरणालय में रहने वाली महिलाओं और राजकीय संप्रेक्षण गृह में रहने वाले किशोरों को राखियां बनाने का प्रशिक्षण दिलाया। जिसके बाद सभी ने ग्रुप बनाकर राखियां तैयार की हैं। नारी शरणालय में रहने वाली महिलाएं अपने भाइयों को यही राखी बांधेगी।

नीता अहिरवार, डिप्टी सीपीओ