RANCHI: डीसी की अगुवाई में बनी टीम ईडीआईएसएस नामक शेल्टर होम की जांच करने पहुंची थी। लेकिन, जब अधिकारी वहां पहुंचे तो पाया कि शेल्टर होम के बदले स्कूल चल रहा है। इस संबंध में जब अधिकारियों ने सवाल किया तो बताया गया कि जब बच्चे आएंगे तो स्कूल बंद कर दिया जाएगा।

क्या कहा प्रतिनिधि ने

मामले में डीसी के निर्देश पर डीडीसी दिव्यांशु झा ने शेल्टर होम के संचालकों के साथ मीटिंग की। इसमें जब प्रतिनिधि रवि से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी तीन एकड़ जमीन पर शेल्टर होम चल रहा है। वह भी बूटी में। उसने कहा कि संस्था के डायरेक्टर अभी अमेरिका में ट्रेनिंग लेने गए हुए हैं। वह भी पुलिस विभाग की ओर से। इस पर डीडीसी ने प्रतिनिधि की जमकर वलास ली और पूछा कि इडीआइएसएस का फुलफॉर्म क्या है? इस पर उसने कहा कि उसे नहीं मालूम।

तो संस्था किसके नाम पर रजिस्टर्ड है

उक्त संस्था की जब छानबीन की गई तो पता चला कि उसे बैद्यनाथ कुमार चलाते हैं और उनका पता धुर्वा दिया गया है। इसकी जांच की गई तो पता चला कि इस संस्था से वैद्यनाथ कुमार ने इस्तीफा दे दिया। मामले में खुद बैद्यनाथ कुमार ने कहा कि उन्होंने सिर्फ संस्था चलाने के लिए रजिस्ट्रेशन अप्लाई किया था, जिसकी अवधि छह माह तक थी। इधर, जब जुलाई में खूंटी सीडब्ल्यूसी में मेंबर सेलेक्ट हुआ तो संस्था से इस्तीफा दे दिया था।

मैट्रिक पास सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष

खूंटी सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष मैट्रिक पास हैं, जबकि मेंबर नौवीं क्लास पास हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कमिटी बच्चों पर क्या काम करेगी। खूंटी सीडब्ल्यूसी समेत खूंटी के सहयोग विलेज में गड़बडि़यों पर भी खूंटी डीसी ने खुद संज्ञान लिया है।