-शेल्टर होम के दो बच्चे एलर्जी से पीडि़त, एक अन्य भी बीमार

-टॉयलेट में भी मिली थी गंदगी और बिल्डिंग भी मिली खामियां

<-शेल्टर होम के दो बच्चे एलर्जी से पीडि़त, एक अन्य भी बीमार

-टॉयलेट में भी मिली थी गंदगी और बिल्डिंग भी मिली खामियां

BAREILLY

BAREILLY

सैनिक कालोनी में मेगा सिटी के सामने जिस बाल आश्रय गृह (शेल्टर होम) में बच्चे रखे जा रहे हैं, वह बच्चों को बीमार बना रहा है। शेल्टर होम में कई बच्चे बीमार हैं। जो स्वस्थ बच्चों को भी बीमारी बांट रहे हैं। डीपीओ नीता अहिरवार ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में एक किशोर के फरार होने के बाद छपी खबर का संज्ञान लेकर शेल्टर होम का इंस्पेक्शन किया तो इसका खुलासा हुआ। इंस्पेक्शन के दौरान शेल्टर होम में कई खामियां मिली। इसके साथ ही महिला अल्पागृह में भी कमियां मिली। जिस पर उन्होंने सुधार न करने पर लखनऊ कार्रवाई के लिए इसकी रिपोर्ट भेज दी है।

दूसरे शहरों में भी हैं संस्थाएं

इंस्पेक्शन के दौरान पता चला कि तीनों संस्थाओं को दीप जन कल्याण सेवा समिति ही संचालित कर रही है। जिसमें खुले बाल आश्रय गृह, महिला अल्पागृह और चाइल्ड लाइन शहर के साथ कई अन्य शहरों में भी संचालित कर रहे हैं। इस संस्था के सचिव तो अनीस अहमद है लेकिन यह एनजीओ एक डिप्टी सीएमओ का बताया जा रहा है, जो इस समय सरकारी सेवाएं भी दे रहे हैं।

बिल्डिंग में मिली खामियां

डीपीओ को शेल्टर होम की बिल्डिंग में भी कई खामियां मिली। जिस बिल्िडग में शेल्टर होम चलाया जा रहा है। वहां पर सुरक्षा के नाम पर बड़ी खामी उस समय उजागर हुई जब तब पता चली जब स्टॉफ ने ही बताया कि गोपाल तो दीवार कूदकर फरार हो गया था। जब बिल्िडग की दीवार देखी गई तो वहां पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी मिली। इसके बाद जब डीपीओ ने शेल्टर होम का टॉयलेट देखा तो वह गंदगी देख के आगे ही नहीं बढ़ी। उन्होंने शेल्टर होम इंचार्ज को डांटते हुए साफ रखने को कहा।

खुले में वायर, टूटी अलमारी

खुले बाल आश्रय गृह में जिस रूम में बच्चे रह रहे हैं, वहां पर टीवी फैन आदि चलाने के लिए वायर भी खुले हुए हैं। जिससे कभी भी किसी बच्चे को करंट लगने से गंभीर हादसा हो सकता है। इसके साथ रूम में रखी अलमारी के टूटे हुए आधे लटक रहे हैं। अलमारी में रखे बर्तन भी देखने से ठीक नहीं लग रहे थे।

स्वस्थ्य बच्चे भी हो रहे बीमार

शेल्टर होम जो बच्चे इस समय रह रहे हैं उनमें दो बच्चों के खुजली बीमारी मिली, जबकि एक अन्य बच्चा भी बीमार मिला। जब डीपीओ ने बच्चे के हाथ देखे तो उसमें दवा भी नहीं लगी हुई थी। इस पर उन्होंने बीमार बच्चों को तुरंत दवा दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों से पूछताछ की तो पता चला कि पहले एक बच्चे के खुजली थी लेकिन बाद में दो अन्य बच्चों को भी हो गई। जब उन्होंने फ‌र्स्ट ऐड बॉक्स चेक किया तो उसमें भी पुरानी टेबलेट ही मिली।

खाने में मिलते हैं अक्सर आलू

महिला अल्पागृह में खाना के नाम पर अक्सर आलू की ही सब्जी दी जाती है। जबकि मेन्यू के नाम पर बोर्ड भी नहीं लगा हुआ मिला। जिस पर निरीक्षण के दौरान उन्होंने मैन्यू बोर्ड लगाने और मैन्यू के अनुसार खाना देने के निर्देश दिए।