-शियाट्स के कुलपति ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया

ALLAHABAD: विगत दिनों धर्म परिवर्तन को लेकर हुए बखेड़े के बाद सैम हिग्गिनबॉटम इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस के कुलपति ने अपना पक्ष स्पष्ट किया है। कुलपति और यीशु दरबार के बिशप प्रोफेसर राजेन्द्र बी। लाल की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज में घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया है।

मैं तो शहर से बाहर था

प्रो। लाल ने कहा है कि वे ख्7 से फ्0 दिसम्बर तक शहर से बाहर थे। उन्होंने कहा कि यीशु दरबार धर्म परिवर्तन का केन्द्र नहीं बल्कि परमेश्वर के वचन को बताने वाला दरबार है। कुलसचिव प्रो। राबिन एल प्रसाद ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए कुलपति ने रिटायर्ड जस्टिस आरपी सिंह के नेतृत्व में उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है जो कि तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे।

डीएम भी कठघरे में

कुलपति ने पूरी घटना के लिए जिला प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि कथित संगठन की ओर से ख्ब् दिसम्बर को डीएम को ज्ञापन दिया गया था। जिसमें डीम्ड यूनिवर्सिटी सहित गिरजाघरों में विरोध प्रदर्शन की बात कही गई थी। लेकिन जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए।

सपा ने भी दिया साथ

उधर, सपा ने भी यीशु दरबार पर हुए हमले की निंदा की है। सपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक शहर दक्षिणी के विधायक हाजी परवेज अहमद की अध्यक्षता में करेली स्थित आवास पर हुई। बैठक में साम्प्रदायिकता फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। बैठक में पूर्व सांसद धर्मराज पटेल, पूर्व राज्य मंत्री लल्लन राय, विधायक अजय भारतीय, विधायक सत्यवीर मुन्ना, विधायक गामा पांडेय आदि मौजूद रहे।