- 'जैव प्रौद्यौगिकी में आईपीआर की भूमिका' पर सेमिनार

Meerut: शोभित यूनिवर्सिटी में सोमवार को बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) पर जागरुकता को लेकर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। जिसमें सेमिनार का सब्जेक्ट 'जैव प्रौद्यौगिकी में आईपीआर की भूमिका' रहा। जिसमें कई जैव प्रौद्योगिकी से रिलेटेड वैज्ञानिकों ने भागीदारी की। सेमिनार के दौरान स्टूडेंट्स को आईपीआर संबंधी सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई। इसके साथ ही भागीदारी करने वाले कैंडीडेट्स को पुरस्कार दिए गए।

यह रहा सीन

सेमिनार मे मुख्य अतिथि रहे जैव प्रौद्योगिकी के शिक्षाविद् और वैज्ञानिक प्रोफेसर पीकेगुप्ता ने बौद्धिक संपता के बारे में जानकारी दी। इनके साथ ही सीसीएस यूनिवर्सिटी के बौद्धिक संपदा प्रकोष्ठ के ऑफिसर व रीडर डॉ। एसएस गौरव और सरदार वल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। आकाश तोमर ने भी प्रतिभागियों का ज्ञान वर्धन किया। इस एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन शोभित यूनिवर्सिटी में भ् दिसंबर को गठित बौद्धिक संपदा प्रकोष्ठ की प्रथम कृत्य के रूप में किया गया। बौद्धिक संपदा प्रकोष्ठ के गठन का मूल उद्देश्य स्टूडेंट्स में रचनात्मकता व अभिनव प्रतिभा को प्रोत्साहित करना था। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ। जयानंद ने प्रतिभागियों व शिक्षकगणों का अभिनन्दन करते हुए जानकारी दी कि बौद्धिक संपदा प्रकोष्ठ द्वारा यूनिवर्सिटी में आईपी उत्पादन की वृद्धि करने के लिए सकारात्मक वातावरण की रचना होगी।

संरक्षण और अधिकार

मुख्य अतिथि पीके गुप्ता ने पादप विविधता सरंक्षण व किसान अधिकार प्राधिकार पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि यूनिवर्सिटी में जैव प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञ डॉ। आकाश तोमर ने बताया की भारत सरकार द्वारा ख्00क् में पौध किस्म व किसान अधिकार संरक्षण में अधिनियम लागू किया गया। हमारे देश में समृद्ध जैव विविधता है। पादप प्रजनकों ने अधिकारों की सुरक्षा करने व बीज उद्योग की वृद्धि को सुविधाजनक बनाने के लिए इस प्राधिकरण की स्थापना की गयी है।

और भी जानकारी दी

सेमिनार में व‌र्ल्ड व्यापार संगठन (डब्लूटीओ) के अंतर्गत आने वाले प्रतिबंधि और नियमों की जानकारी दी। डॉ। संपत घोष ने टीबीजीआरआई द्वारा पेटेंट प्राप्त करने से लोगों के जीवन में आए सुधार पर चर्चा की। लॉ विभाग के सहायक प्रोफेसर पवन कुमार ने संबंधित अधिनियमों की जानकारी दी। कार्यक्रम की संयोजक डॉ। रेखा दीक्षित रहीं। संबंधित विषय में स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करने में अहम भूमिका निभाई। संयुक्त संयोजक आदित्य पुंडीर ने आईपीआर सेल के महत्व से बताए। समन्यवक समिति के सदस्य मनु सिंह व राशि अग्रवाल ने अन्य जानकारी दीं। कार्यशाला अंत में भाग लेने वालों को प्रमाण पत्र दिए गए।