Lucknow: अमीनाबाद के लाटूश रोड पर बेखैाफ बदमाशों ने पान खाने गये हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भून दिया। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से इलाके में हड़कम्प मच गया। मर्डर के बाद हमलावर मौके से फरार हो गये। मौके पर पहुंचे फैमिली मेंबर्स ने उसे इलाज के लिये बलरामपुर हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां उसे डेड डिक्लेयर कर दिया गया। मामले में देर रात को अहसान, उस्मान, गुड्डू समेत एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। चारों त्रिवेणी नगर के रहने वाले हैं।

अमीनाबाद की गन्ने वाली गली में रहने वाला हिस्ट्रीशीटर मो.युनूस उर्फ टेनू क्र(50क्र) बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मस्जिद जाने के लिए घर से निकला। नमाज पढने के बाद करीब दो बजे वह लाटूश रोड पर गारमेन्ट ड्राइक्लीनर्स के सामने दुकान पर पान खाने पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टेनू ने दुकानदार से पान लेकर मुंह में रखा ही था कि दो बाइक पर सवार चार बदमाश वहां आ पहुंचे और उन्होंने ऑटोमेटिक पिस्टल्स से उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में टेनू की दाहिनी कनपटी व सीने पर गोलियां लगीं।

गोलियां चलते ही मची भगदड़

दिनदहाड़े हुए इस शूटआउट को देख वहां भगदड़ मच गई और आसपास के दुकानदार शटर गिराकर वहां से भागने लगे। हर शख्स बस सुरक्षित जगह पर पहुंचने के लिये बेतहाशा भाग रहा था। जिस सड़क पर दिनभर भीड़भाड़ बनी रहती है वहां गोलियां चलते ही सन्नाटा पसर गया।

खड़े रहे हमलावर

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टेनू पर गोलियां दागने वाले हमलावर उसके जमीन पर गिरने के बाद भी काफी  देर तक वहीं खड़े रहे। उन लोगों ने जब यह कन्फर्म कर लिया कि टेनू मर चुका है तब जाकर वह अपनी बाइक्स पर सवार होकर गणेशगंज की ओर भाग निकले। हमलावरों के वहां से भाग निकलने के बाद आसपास दुबके लोग फिर से घटनास्थल पर पहुंच गये और टेनू के घर पर इसकी इन्फॉर्मेशन दी।

घटनास्थल से बरामद हुए चार खोखे

घटनास्थल से केवल 35 मीटर दूर कैसरबाग कोतवाली की ओल्ड आरटीओ चौकी है, लेकिन फायरिंग की आवाज सुनने के बाद भी किसी पुलिसकर्मी ने वहां पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। हमलावरों के फरार हो जाने के बाद जब वहां फैमिली मेंबर्स पहुंचे तो उन्होंने टेनू को बलरामपुर हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से .762 एमएम क्र(.32 बोरक्र) के चार खोखे बरामद किये। एएसपी वेस्ट दिनेश चन्द्र दुबे ने बताया कि हमलावरों ने हमले के लिये सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल का इस्तेमाल किया। सभी नामजद आरोपियों पर रासुका के तहत कार्यवाही होगी।

एमएलए का चुनाव भी

बुधवार को शूटआउट में मारा गया हिस्ट्रीशीटर मो। यूनुस उर्फ टेनू 2002 में लखनऊ ईस्ट से बीएसपी के टिकट पर एमएलए का चुनाव लड़ चुका है। वहीं, उसका सबसे छोटा भाई मो। सईद उर्फ पपुआ गौतम बुद्ध वार्ड से पार्षद रह चुका है, हालांकि हत्या के एक मामले में उम्रकैद मिलने के बाद उसे अपनी सीट से इस्तीफा देना पड़ा था।

दोस्त से ज्यादा दुश्मन

शुरुआती पड़ताल में पुलिस को पता चला कि टेनू ने दोस्त से ज्यादा दुश्मन बना रखे थे। 1984 में अमीनाबाद इलाके में हत्या के एक मामले में नाम आने पर सुर्खियों में आये टेनू पर इसके बाद अमीनाबाद, हुसैनगंज और हजरतगंज कोतवालियों में जानलेवा हमले के चार, लूट का एक, आम्र्स एक्ट व अन्य संगीन धाराओं के कुल 16 मुकदमे दर्ज हुए। जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी।

इसके अलावा उसका मंझला भाई अनीस उर्फ गुड्डी भी अमीनाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ भी हत्या का एक और जानलेवा हमले के पांच मुकदमों समेत कुल 13 मुकदमे दर्ज हैं. 

डीएम के ऑर्डर पर हुआ पोस्टमार्टम

बलरामपुर हॉस्पिटल से पंचनामा करने के बाद बॉडी को शाम पांच बजे केजीएमयू की मर्चरी पहुंचाया गया। लेकिन, तब तक पोस्टमार्टम का समय खत्म हो चुका था। लोगों के बीच बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस ऑफिसर्स ने डीएम से स्पेशल ऑर्डर  करवाए। जिसके बाद शाम करीब 7:30 बजे टेनू की बॉडी का पोस्टमार्टम शुरू हो सका।