- आचार संहिता के चलते खिलाडि़यों को जमा कराने पड़े शस्त्र
- 22 अप्रैल से दिल्ली में होने वाले ट्रायल के लिए नहीं कर पा रहे हैं तैयारी
Meerut: आचार संहिता लग जाने से भारतीय शूटर्स को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। देश विदेश में होने वाली शूटिंग प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी भाग नहीं ले पा रहे हैं। एनआरएआई की गाइडलाइंस में उन्होंने खिलाडि़यों को अपने शस्त्र जमा कराने का आदेश दिया था।
बढ़ गई मुसीबत
लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लग जाने से खिलाडि़यों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इन खिलाडि़यों की परेशानी ये है कि बिना शस्त्र के ये देश विदेश में होने वाली चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पा रहे हैं। बढ़ती मुश्किलों के बीच प्रशासन ने भी इस मामले में बीच का रास्ता नहीं निकाला है।
जमा कराने पड़े शस्त्र
दरअसल, चुनाव के चलते आचार संहिता लग गई, जिसमें देश के नागरिकों को अपने शस्त्र जमा कराने थे, इस मामले में मेडल जीतने वाले खिलाडि़यों को अलग श्रेणी या इससे छूट नहीं दी गई। नतीजा रहा कि खिलाडि़यों को भी अपने शस्त्र जमा कराने पड़ गए। अब दिक्कत ये है कि खिलाड़ी बिना शस्त्र के किसी चैंपियनशिप में भाग कैसे लें।
बढ़ गई है दिक्कत
हाल फिलहाल में मेरठ समेत देश के कई हिस्सों में शूटिंग चैंपियनशिप हुई। वहीं कुछ को चुनाव के चलते आगे के लिए पॉस्पांड भी कर दिया गया। ऐसे में खिलाडि़यों को आने वाले समय में चैँपियनशिप की तैयारियों का भी मौका नहीं मिल रहा है। सीधे चैंपियनशिप में उतरकर हारने का डर खिलाडि़यों को सता रहा है।
वर्जन
चुनाव के चलते शस्त्र जमा कराने पड़े हैं, अभी आगे कई बड़ी चैँपियनशिप हैं, जिसकी तैयारी भी नहीं हो पा रही है।
अभिनव चौधरी, शूटर
बड़ी समस्या ये हैक हम प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। आगे कई बड़ी चैंपियनशिप है। बिना तैयारी के कैसे खेलेंगे।
आदिल, शूटर
चुनाव ने मुसीबत बढ़ा दी है। शस्त्र जमा कराने पड़े हैं। अब बीच का रास्ता भी नहीं मिल रहा है।
शोएब सैफी, शूटर
आचार संहिता के चलते खिलाडि़यों को अपने शस्त्र प्रशासन को जमा कराने थे, इसके लिए एनआरएआई से भी पत्र जारी हुआ था।
वेदपाल सिंह, सचिव मेरठ जिला राइफल एसोसिएशन