- हथियार चलाने का प्रमाणपत्र दिखाने के बाद ही बनेगा शस्त्र लाइसेंस

- सबसे ज्यादा दिक्कत रायफल का लाइसेंस लेने और नवीनीकरण कराने वालों को

- शहर में शूटिंग रेंज न होने से सीतापुर पुलिस लाइन के लगाने पड़ रहे चक्कर

UNNAO: न्यायालय के आदेश ने शस्त्र लाइसेंस की प्रक्रिया को बेहद जटिल कर दिया है। लाइसेंस लेने की चाह रखने वाले और लाइसेंस का नवीनीकरण कराने वाले इस समस्या से वाकिफ होंगे। सुबह से ही लाइसेंस धारक पुलिस लाइन और एसपी आफिस तक में चक्कर लगाते दिखने लगते हैं। इनता ही नहीं दशकों से असलहा रखने वालों को भी अब पुलिस के सामने फाय¨रग का प्रशिक्षण देना पड़ रहा है। इन सब में सबसे अधिक समस्या रायफल लाइसेंस धारकों को हो रही है। चढ़ावा चढ़ाने के बाद भी उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन की दौड़ लगानी पड़ रही है। क्योंकि उन्नाव पुलिस के पास रायफल शूटिंग रेंज ही नहीं है। ऐसे में शहर से प्रशिक्षण प्रमाण पत्र मिलना असंभव है।

इसलिए हो गई है मुश्किल

शस्त्र आत्मरक्षा से कहीं अधिक स्टेट्स ¨सबल बन चुका है। रौब गांठने और असलहों के दम पर दबंगई करने व भोकाल बनाने के चक्कर में जिले में शस्त्र धारकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। गैरजरूरत लोगों को लाइसेंस देने से रोकने के लिए न्यायालय ने इस प्रक्रिया को काफी जटिल बना दिया है। जिसके बाद से नया लाइसेंस पाने के लिए थाना पुलिस और तहसील की रिपोर्ट के साथ ही स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और शस्त्र चलाने का अनुभव प्रमाण पत्र भी होना आवश्यक हो गया है। दूसरी तरफ लाइसेंस धारकों के लिए प्रत्येक तीन वर्ष में होने वाली नवीनीकरण प्रक्रिया को भी नए नियमों से जोड़ दिया है। पुलिस की निगरानी में असलहा चलाने के बाद ही नवीनीकरण की संस्तुति किए जाने का आदेश है।

यहां नहीं सीतापुर जाओ

जिले में काफी समय तक विचार मंथन के बाद एसपी ने निर्णय लिया कि 500 रुपए का शुल्क लेने के बाद ही आवेदक से फाय¨रग कराने का प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। इस मानक में भी उन्नाव पुलिस केवल रिवाल्वर, पिस्टल, और 12 बोर बंदूक के ही प्रमाण पत्र अपनी निगरानी में फाय¨रग कराने के बाद जारी कर रही है। जबकि रायफल के लाइसेंस धारकों को उन्नाव पुलिस ने 500 रुपए की रशीद काटने के बाद भी फाय¨रग का प्रमाण पत्र देने से हाथ खड़े कर दिए। क्योंकि उन्नाव पुलिस लाइन में रायफल शूटिंग एरिया नहीं है। एसपी ने शासन की अनुमति व डीएम से वार्ता के बाद रायफल लाइसेंस धारकों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के लिए सीतापुर पुलिस लाइन का रास्ता बात दिया है।

खुद को ही कोस रहे

अब रायफल का लाइसेंस लेने वाले ही खुद को कोस रहे हैं। क्योंकि हथियार चलाने का प्रशिक्षण प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन के कई कई चक्कर लगाने पड़ रहे है। कुछ लाइसेंस धारक ही बताते हैं कि उन्हें इसके लिए उन्नाव पुलिस आफिस से पर्ची लेने के बाद सीतापुर जाना पड़ता है। वहां पर भी भारी भीड़ होने से उस दिन नंबर आएगा या नहीं कुछ पता ही नहीं चलता। ऐसे में प्रमाणपत्र के लिए कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

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यहां पर शूटिंग रेंज रायफल के लिए नहीं है। इससे हम उन्हें प्रमाण पत्र नहीं दे पा रहे हैं। रेंज में आने वाले आसपास के जनपदों में केवल सीतापुर पुलिस लाइन में ही शूटिंग एरिया है। इससे हम वहीं पर यह करा सकते हैं। इसी कारण से आवेदन करने वालों को वहां भेजा जा रहा है।

- एमपी सिंह, एसपी उन्नाव