- व्यापारियों नेताओं में एकता की कमी से सफल नहीं हो सका बंद

- कुछ देर बाद ही खुल गए व्यापारी नेताओं द्वारा बंद कराए बाजार

मेरठ। संयुक्त व्यापार संघ के आह्वान पर कंकरखेड़ा और आसपास की अन्य मार्केट में भी बंद का मामूली असर दिखा। सुबह व्यापारियों ने दुकानें खोलीं, लेकिन बाद में नेताओं ने उन्हें बंद करा दिया। उनके जाने के बाद कुछ दुकानदारों ने दोबारा शटर उठा दिए। कंकरखेड़ा में व्यापारी नेताओं की आपसी फूट के चलते पूर्ण बंद नहीं रहा। वहीं कासमपुर, श्रद्धापुरी, सरधना रोड, छोटा बाजार, बड़ा बाजार, सैनिक विहार बाजार, तिलक चौक बाजार, पैठ बाजार, स्टेशन बाजार, टंकी बाजार, रामनगर रोड बाजार में बंद के दौरान 42 लाख रुपये का नुकसान का अनुमान है।

गुरुनानक बाजार रहा बंद

गुरुनानक बाजार के व्यापारी नेता गौरव शर्मा ने नेतृत्व में व्यापारी सुबह से ही डटे रहे। उन्होंने स्कूटर व बाइक से घूमकर दुकानें बंद कराई। सरधना रोड बाजार में ग्यारह बजे के बाद लगभग सभी दुकानें खुल गई। सरधना रोड केंद्रीय व्यापार संघ पूर्ण बंद रहा। यहां सुबह से ही व्यापार संघ अध्यक्ष गुल्लू ठाकुर व उपाध्यक्ष जगदीप बरनाला अपनी टीम के साथ मार्केट बंद कराने में डटे रहे।

बिजली की आंख मिचौली से पब्लिक और व्यापारी दोनों परेशान है। बिजली के नहीं आने से व्यापारियों का व्यापार चौपट हो चुका है। प्रदेश सरकार से अपना विरोध जताने के लिए सभी व्यापारियों ने इस महा आन्दोलन में अपना भागीदारी की है।

- गुल्लू ठाकुर

अध्यक्ष, सरधना रोड केंद्रीय व्यापार संघ

लोगों की समस्या को देखते हुए ही संयुक्त व्यापार संघ ने मेरठ बंद का निर्णय लिया। जो पूर्ण सफल रहा। कंकरखेड़ा के व्यापारियों और पब्लिक ने इस आंदोलन में पूर्ण सहयोग किया।

-नीरज मित्तल

अध्यक्ष, कंकरखेड़ा व्यापार संघ