- इलाहाबाद, जौनपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर आदि जनपदों में वारदातों को देता था अंजाम

- साथी के चाचा की हत्या का बना रहा था प्लान

ALLAHABAD:

इलाहाबाद-प्रतापगढ़ के साथ ही पूरे पूर्वाचल में लूट, हत्या, डकैती व रंगदारी आदि घटनाओं के जरिये पुलिस के नाक में दम करने वाले विकास सिंह गैंग का शार्प शूटर महेश वर्मा शनिवार को एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। वह अपने एक साथी के चाचा की हत्या करने के लिए किसी बदमाश से मिलने जा रहा था।

साथी से मिलने आया था

एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि विकास सिंह गैंग का शार्प शूटर महेश वर्मा किसी घटना को अंजाम देने के लिए इलाहाबाद में मौजूद है। अपने किसी साथी से मिलने के लिए रेलवे स्टेशन से घंटाघर होते हुए कीडगंज की तरफ जाने वाला है। सूचना मिलते ही टीम महेश की तलाश में निकल पड़ी और कीडगंज पहुंच गई। तभी एक व्यक्ति दिखाई दिया, जिसे रुकने का इशारा किया गया तो वह भागने लगा। एसटीएफ की टीम ने स्वरूपरानी पार्क के पास दबोच लिया।

निशाने पर था रवि पाठक का चाचा

पूछताछ में महेश ने बताया कि वह प्रतापगढ़ के कुंडा में पेट्रोल पंप व्यवसायी से लूट व हत्या के मामले में प्रतापगढ़ जेल में बंद था। पांच-छह महीने पहले ही जेल से छूटा है। जेल में उसकी मुलाकात भिलाई छत्तीसगढ़ के रहने वाले मोनू उर्फ सरदार व रवि पाठक से हुई थी। वह जब जेल से छूटा तो भिलाई मोनू उर्फ सरदार व रवि पाठक के पास पहुंच गया। जहां ज्वैलरी शॉप लूटने की योजना बनी, लेकिन प्लान सक्सेस नहीं हुआ। इसी बीच मोनू उर्फ सरदार प्रतापगढ़ में गिरफ्तार हो गया और रवि पाठक ने जमीन के मामले में चचेरे भाई की हत्या कर दी थी। रवि पाठक अपने चाचा की भी हत्या कराना चाहता था, जिसका जिम्मा उसने महेश वर्मा को सौंपा था। महेश रवि पाठक के चाचा की हत्या के लिए ही अपने एक साथी से मिलने आया था, तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। महेश वर्मा के पास से एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, मोबाइल व एक बाइक बरामद किया गया। उसके खिलाफ इलाहाबाद व प्रतापगढ़ में 15 से अधिक मुकदमा दर्ज हैं।