- 22 लाख राजधानी में वाहन

- 14 लाख से अधिक दो पहिया

- 4 लाख से अधिक कारें

- 2 लाख वाहनों में ट्रक, बस सहित अन्य कामार्शियल वाहन शामिल

हेडिंग-

- परिवहन विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

- घरों के सामने रोड पर हो रही पार्किंग को लेकर विभाग सजग

- राजधानी सहित कई बड़े शहरों के लिए लागू होगा नियम

LUCKNOW: अगर आप के पास पार्किंग की जगह नहीं होगी तो आप फोर व्हीलर गाड़ी नहीं खरीद सकेंगे। पार्किंग की समस्या के साथ ही शहरों में बढ़ती गाडि़यों की संख्या को कंट्रोल करने के लिए परिवहन विभाग कुछ ऐसा प्रस्ताव बनाने की तैयारी में है। जिन लोगों के पास अपनी पार्किंग होगी सिर्फ वे ही निजी कारें खरीद सकेंगे। अन्य को इसकी छूट नहीं होगी। इससे जहां रोड पर गाडि़यों की संख्या कम होगी, वहीं सार्वजनिक वाहनों में सफर करने वालों की संख्या में इजाफा होगा। राजधानी के साथ आगरा, नोएडा सहित कई बड़े शहरों में योजना को लागू किया जाएगा।

मंथन को बुलाएंगे बैठक

विभागीय अधिकारियों के अनुसार जाम और पार्किंग की समस्या को देखते हुए इस तरह के प्रस्ताव बनाने की तैयारी की जा रही है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही बैठक बुलाकर चर्चा भी की जाएगी। बड़े शहरों में हालत यह है कि एक व्यक्ति को डेढ़ दो किमी का सफर करना होता है तो वह कार निकाल लेता है जबकि वह इतनी दूरी सार्वजनिक वाहनों से भी तय कर सकता है। पहले दिल्ली की तर्ज पर ऑड और इवेन संख्या वाले वाहनों को रोड पर चलने की स्कीम तैयार करने की बात हुई थी, लेकिन इससे समस्या दूर होती नहीं दिख रही है।

पार्किंग का अधिकारी करेंगे विजिट

यही वजह है कि लोगों को निजी व अन्य वाहन खरीदने के लिए पार्किंग की जगह दिखानी होगी। यह पार्किंग उनके नाम पर होनी चाहिए। यदि वाहन खरीदने वाला किसी अन्य जगह की पार्किंग का ब्यौरा देता है तो उससे उस जगह की पार्किंग का करीब कम से कम 20 साल का ब्योरा देना मांगा जाएगा। दोनों ही परिस्थितियों में आरटीओ ऑफिस के अधिकारी विजिट कर पार्किंग प्लेस देखेंगे तब जाकर उन्हें चार पहिया वाहन खरीदने की छूट दी जाएगी।

राजधानी में पुराने लखनऊ के साथ ही गोमतीनगर समेत तमाम कॉलोनियों में आलम यह है कि लोग अपने वाहन रोड पर खड़ा कर छोड़ देते हैं। घर में पार्किंग ना होने के कारण ऐसे लोगों के वाहन हर समय रोड पर खड़े रहते हैं। चौक, गोमतीनगर, इंदिरानगर सहित सभी इलाकों में इस तरह के मामले देखने को मिल रहे हैं। कई जगह तो लोगों ने पार्को पर ही पार्किंग करनी शुरू कर दी है।

कोट

ना तो लोग कार पूलिंग करना चाहते हैं और ना ही सार्वजनिक वाहनों में शेयरिंग। इससे रोड पर लगातार वाहनों की संख्या बढ़ रही है। जिनके पास पार्किंग नहीं है वे रोड पर वाहन पार्क कर रहे हैं। यह सिर्फ लखनऊ की नहीं कई बड़े शहरों में देखने को मिल रहा है। ऐसे में पार्किंग से निपटने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। फोर व्हीलर वालों को वाहन खरीदने से पहले पार्किंग की जगह दिखानी होगी।

पी गुरु प्रसाद

परिवहन आयुक्त

उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग