बातचीत प्यार में बदल गई

प्रगति नगर की रहने वाली निधि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एक प्र्राइवेट अस्पताल में काम करती है। इस अस्पताल में ही जयदेवी नगर का एक युवक सोहनवीर काम करता था। फिर वह किसी दूसरी प्राइवेट कंपनी में काम करने लगा। निधि और सोहनवीर के बीच बातचीत बढ़ी। प्यार हुआ। दोनों ने शादी करने के लिए अपने घर वालों से बातचीत की। निधि ने अपने परिवार वालों से शादी के लिए कहा लेकिन वे इस शादी के लिए तैयार नहीं हुए। बाद में निधि के परिवार वाले मान गए और शादी के लिए तैयार भी हो गए।

अब हुआ ये

निधि के भाई गौरव ने बताया कि सात महीने पहले जब शादी की बात चल रही थी तो सोहनवीर के बारे में पता चला कि वह शादीशुदा है। सोहनवीर की उसकी पत्नी से तलाक की प्रकिया चल रही थी। इसके बाद सोहनवीर से रिश्ता तोड़ दिया गया। निधि ने भी उससे बातचीत करनी बंद कर दी, लेकिन सोहनवीर ने निधि को धमकी देनी शुरू कर दी। सोहनवीर हमेशा निधि को मारने की धमकी देता है। कहता है कि उसको शादी नहीं करने देगा। अगर कहीं और शादी की तो वह उसको मार देगा।

अपहरण की कोशिश

10 मार्च को निधि अस्पताल से ड्यूटी करके घर जा रही थी। जैसे ही वह धनवंतरी अस्पताल से थोड़ा आगे निकली तो सोहनवीर अपने भाई और कुछ अज्ञात युवकों के साथ पहुंचा। जहां निधि को जबरदस्ती कार में डालकर अपहरण की कोशिश की। वह चिल्लाई तो उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। लात-घूसों से उसे पीटा। पब्लिक ने जब उसके साथ ऐसा होते देखा तो उस ओर आने लगे। पब्लिक को अपनी ओर आते देख सोहनवीर और उसके साथी निधि का पर्स व मोबाइल लूटकर फरार हो गए।

पुलिस डर गई

निधि किसी तरह सुशीला जसवंत राय अस्पताल पहुंची। जहां उसकी हालत काफी गंभीर थी। उसको बुरी तरह पीटा गया था। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस वालों ने फोन करके सोहनवीर के भाइयों को थाने बुला लिया। निधि गंभीर हालत में थी और उसको भी थाने बुलाया गया। जहां सोहनवीर मौजूद नहीं था। गौरव का कहना है कि जैसे ही निधि और हम लोग थाने से निकले सोहनवीर भी पहुंच गया। जहां पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने पुलिस को यह कहकर डरा दिया कि अगर उसके साथ कुछ किया तो वह फांसी लगाकर जान दे देगा।

ऐसे लोगों का क्या होगा

सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी सोहनवीर के खिलाफ 323 और 504 आईपीसी की धाराओं में मुकदमा कायम कर केस में हेरफेर कर दी। सोहनवीर ने इसका फायदा उठाया और फिर धमकी देने लगा। अभी तक भी निधि अस्पताल में भर्ती है। कोई पुलिस वाला उसके बयान लेने भी नहीं गया। ना ही उससे यह पूछा गया कि उसके साथ क्या घटना हुई? उसको गंभीर इंजरी है। थकहार निधि के परिवार वाले एसएसपी के दरबार में पहुंचे। लेकिन वो उस समय नहीं थे। एसपी देहात मिया मंजर बेग को आपबीती सुनाई गई। उन्होंने सिविल लाइन इंस्पेक्टर को धाराएं चेंज करने और मुकदमा कायम करने के निर्देश दिए।