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PRAYAGRAJ: सैम हिग्गिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति एवं यीशु दरबार चर्च के बिशप प्रो. राजेन्द्र बी. लाल को एक्सिस बैंक से जुड़े करोड़ों रुपए के गबन मामले में न्यायिक अभिरक्षा में नैनी जेल भेजा गया है. उनके साथ सामान्य कैदियों जैसा बर्ताव किए जाने से अनुयाइयों में गहरा रोष है. यह बात शुआट्स प्रवक्ता डॉ. रमाकांत दुबे के हवाले से एक विज्ञप्ति जारी करके कही गई है.

सामान्य कैदियों जैसा बर्ताव न हो

शुआट्स प्रवक्ता ने कहा है कि मंगलवार को प्रो. राजेन्द्र बी. लाल से मिलने गए लोगों को पता चला कि प्रो. लाल के साथ सामान्य कैदियों जैसा बर्ताव किया जा रहा है. कुलपति को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई है. इससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही है और वे बीमार हो रहे हैं जोकि अमानवीय है. पीआरओ के मुताबिक उनके अनुयाइयों की मांग है कि कुलपति के साथ सामान्य कैदियों जैसा बर्ताव किया जाना न्यायोचित नहीं है. पूछा है कि क्या हमारे प्रदेश की यही न्यायिक प्रक्रिया है?

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प्रो. सर्वजीत ने संभाला कार्यवाहक कुलपति का कार्यभार

सैम हिग्गिनबॉटम कृषि प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. जेए ओलीवर ने प्रोफेसर सर्वजीत हरबर्ट को शुआट्स का कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया है. प्रवक्ता डॉ. रमाकान्त दुबे ने बताया कि विवि में पठन-पाठन व प्रशासन को संचालित करने हेतु कुलाधिपति ने अधिनियम में प्राविधानित नियमों के अन्तर्गत विवि में कार्यरत प्रति कुलपति सर्वजीत हरबर्ट को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया है.

वीसी की जमानत अर्जी पर सेशन में सुनवाई आज

धोखाधड़ी व कूटरचित दस्तावेज तैयार करने व ऐक्सिस बैंक में किए गए घोटाले के आरोप में शुआट्स के वाइस चांसलर आरबी लाल की जमानत अर्जी पर पूर्व से निर्धारित तिथि के अंतर्गत 17 अप्रैल को सेशन कोर्ट में सुनवाई होगी. इसके पूर्व उनकी अंतरिम जमानत अर्जी अपर जिला जज आरएम दूसरी ओर जिला शासकीय अधिवक्ता भी अपनी तैयारी में जुटे हैं.

विशेष बैरक में रखे जाने की अर्जी खारिज

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मोना पवार ने अभियुक्त आरबी लाल की ओर से दी गई. जिसमें उन्हें विशेष बैरक में रखने की याचना की गई थी. सुनवाई के बाद अर्जी खारिज कर दी गई. सीजेएम ने अपने आदेश में उल्लिखित किया कि विशेष बैरक में अभियुक्त को रखे जाने के बाबत आदेश देने का क्षेत्राधिकार नहीं है. उधर, डीजीसी गुलाबचंद्र अग्रहरि ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख कर आरबी लाल की जमानत अर्जी के प्रत्येक पैरा पर आख्या मांगी है ताकि कोर्ट में मजबूत बहस की जा सके.