-सीओ पर हमले को लेकर सीरियस हुई पुलिस

-सलोरी के उपद्रवियों के गुनाह का तैयार हो रहा काला चिट्ठा

-छात्रों के पैरेंट्स तक पहुंचाई जाएगी करतूत की जानकारी

ALLAHABAD: सलोरी में पुलिस से भिड़ने वाले स्टूडेंट्स सरकारी नौकरी को तरस जाएंगे। बवाल करने वालों के गुनाहों की पाती उनके गृह जनपद के संबंधित थाने को भी भेजी जाएगी। ऐसे में सरकारी नौकरी मिलने पर वैरीफिकेशन में उनके गुनाहों का चिट्ठा सामने आ जाएगा। पुलिस अब तक 62 स्टूडेंट्स को तो जेल भेज ही चुकी है, बवाल करने वालों को चिह्नित करने का काम भी तेजी से चल रहा है। पुलिस ने बवाल में शामिल रहे 30 और स्टूडेंट्स के नाम भी जुटा लिए हैं।

10 हुए हैं नामजद

पुलिस सलोरी में तोड़फोड़ बवाल के मामले में 10 स्टूडेंट्स को नामजद किया है। इन सभी को मौके से पकड़ा गया था। देवरिया के उदय प्रकाश, प्रतापगढ़ के हर्षवर्धन पांडेय, दारागंज के आशुतोष शुक्ला, आजमगढ़ के राहुल यादव, मऊ के शिवचरन यादव, सोनभद्र के आदित्य कुमार, सुल्तानपुर के शुभम दुबे, अमेठी के सरफराज अंसारी, सोनभद्र के करन कुमार व आजमगढ़ के करन चौहान पर बवाल करने, स्टूडेंट्स को भड़काने, आगजनी करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, मारपीट करने व क्रिमिनल एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस नामजद अभियुक्तों समेत 62 को जेल भेज चुकी है। बाकी के स्टूडेंट्स का चालान शांति भंग की धारा 151 के तहत किया गया है। अब पुलिस जांच में यह पता लगाएगी कि जिन स्टूडेंट्स को जेल भेजा गया है, उनमें से कितने बवाल में शामिल थे। जितने स्टूडेंट चिह्नित हो जाएंगे, उनका नाम पहले से दर्ज एफआईआर में जोड़ दिया जाएगा। जिनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचा था, उनकी तरफ से भी एफआईआर दर्ज की जा रही है।

दुकानें दूसरे दिन भी रहीं बंद

सलोरी में किराएदारी को लेकर हुए बवाल के बाद दूसरे दिन भी सलोरी की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। स्टूडेंट्स के उत्पात के बाद से इलाके के लोग दहशत में हैं और कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। उनका कहना है कि पुलिस पहले आरोपियों को अरेस्ट करे, इसके बाद ही वे दुकानों को खोलेंगे। सलोरी इलाके के अधिकांश लॉज अब तक खाली हैं। बवाल के बाद भागे स्टूडेंट अब तक लौटकर नहीं आए हैं। स्टूडेंट्स के मन में खौफ है कि वापस लौटने पर पुलिस बवाल के मामले में उनको लपेट सकती है। कई स्टूडेंट्स तो अपने घर लौट गए हैं तो कुछ अभी सिटी के दूसरे इलाकों में अपने दोस्तों के घर पर टिके हुए हैं। पुलिस ने इलाके की सुरक्षा में ढील नहीं दी है। पुलिस की गाडि़यां शुक्रवार को भी पूरे दिन सलोरी एरिया में गश्त करती रहीं। पुलिस के साथ पीएसी एवं आरएएफ के जवान भी मौजूद थे।

स्टूडेंट्स का गुनाह अब छिप नहीं सकेगा। उपद्रव करने वाले स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी उनके गृह जनपद के संबंधित थानों पर भेजी जाएगी। भविष्य में ठिकाना बदल देने पर पुलिस उनके घर के पते पर सम्मन भेज सकेगी। सलोरी बवाल मामले में अभी और अरेस्टिंग भी होंगी।

राजेश यादव, एसपी सिटी

एक नजर में घटनाक्रम

-सालोरी में 25 नवंबर की रात हुआ था विवाद

-मकान मालिक के किराया बढ़ाने से खफा थे छात्र

-जमकर हुआ था बवाल, पुलिस वाहन समेत कई में लगाई गई थी आग

-तोड़फोड़ के साथ पथराव में घायल हुए थी सीओ समेत कई

-दस लोगों को नामजद करते हुए सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ दर्ज है मुकदमा

-60 लोगों को पुलिस कर चुकी है आईडेंटीफाइ

-सभी आरोपियों के घर पहुंचाई जाएगी घटना की कहानी

-नौकरी मिलने के बाद पुलिस वेरीफिकेशन कराना होगा मुश्किल