Market area है congested
सिटी में दो बड़े मार्केट हैैं। एक साकची व एक बिष्टुपुर। बिष्टुपुर की स्थिति तो थोड़ी ठीक है, लेकिन साकची मार्केट की हालत काफी खराब है। मार्केट में बाइक लेकर जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसे प्लांड वे में नहीं बनाया गया है। यही कारण है कि जहां-तहां दुकानें हैं और सामने का रोड काफी कंजस्टेड है। दूसरी ओर रोड पर भी दुकानें लगायी जाती हैं। ऐसे में प्रॉब्लम ज्यादा बढ़ जाती है। ट्यूजडे को तो हालत और भी बदतर हो जाती है।

होती हैं criminal activities
सिटी का पॉपुलेशन ज्यादा होने व रूरल एरिया से लोगों के मार्केटिंग के लिए आने के कारण मार्केट में काफी भीड़ हो जाती है। मार्केट एरिया कंजस्टेड होने का फायदा दुकानदार भी उठाते हैं। वे महिलाओं व युवतियों पर अश्लील फब्तियां कसते हैैं और विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। इसके अलावा भीड़-भाड़ का फायदा उठाकर छिनतई की घटना को भी अंजाम दिया जाता है। इंट्रेंस में ही लोगों की भीड़ होती है। ऐसे में जरूरत पडऩे पर भी पुलिस की जीप मार्केट के अंदर नहीं पहुंच पाती।

हर चीज पर पड़ा है असर
लगातार हो रहे पॉपुलेशन ग्रोथ का असर हर चीज पर पड़ा है। चाहे वो फूड हो, एन्वायरनमेंट, फॉरेस्ट, ट्रांसपोर्ट, इंफ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन या मेडिकल फैसिलिटी हो। हर जगह लोगों को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। 5 साल से कम एज के बच्चों की संख्या ज्यादा होने और इसके हिसाब से स्कूल की संख्या कम होने से एडमिशन में भी प्रॉब्लम हो रही है। सभी चाहते हैैं कि उनके बच्चे अंग्र्रेजी स्कूल में पढ़ाई करें, लेकिन सीट कम होने के कारण उनका नंबर नहीं आ पाता है। इस कारण एजुकेशन पर असर पड़ रहा है। जमीन की कमी के कारण लोग फॉरेस्ट लैंड पर कब्जा कर रह रहे हैं। इसका असर पर रहा है जंगली जानवरों पर।

रोड की हालत है खराब
सिटी के नन-कंपनी एरिया के रोड की हालत खराब है। जुगसलाई मार्केट एरिया है। यहां की स्थिति काफी बदतर है। जिस एरिया में रोड चौड़े हैं, उसे दुकानदारों ने कब्जा कर कंजस्टेड कर दिया है और जहां रोड पहले से ही कंजस्टेड हैं वहां रोड के किनारे व्हीकल पार्क कर या दुकानों के कारण प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है। जुगसलाई बाटा चौक की स्थिति काफी खराब है। इसके अलावा रेलवे क्रॉसिंग के पास वन वे बनाया गया है, लेकिन ट्रैफिक रूल्स को प्रॉपर तरीके से फॉलो नहीं करने से यहां अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है।

बढ़ा है road accident
वक्त गुजरने के साथ ही पॉपुलेशन बढ़ रहा है। रोड की चौड़ाई नहीं बढ़ी, लेकिन व्हीकल्स की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस वजह से रोड एक्सीडेंट्स की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हुई है। सिटी में हर रोज छोटी-बड़ी रोड एक्सीडेंट की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इसे रोकने के सारे प्रयास असफल ही साबित हो रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस एक डेंजर जोन आइडेंटीफाई करती है तो एक-दूसरे एक्सीडेंट जोन का पता चलता है।

बढ़ा crime graph
पॉपुलेशन ज्यादा होने के कारण क्राइम की घटनाएं बढ़ी हैं। यहां ऑर्गनाइज्ड और अनऑर्गनाइज्ड क्राइम भी अपना पांव पसार रहा है। स्टेट के दूसरे डिस्ट्रिक्ट के साथ ही दूसरे स्टेट के क्रिमिनल्स भी यहां आकर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि, पुलिस अपने लेवल से कंट्रोल करने का प्रयास करती है, लेकिन पॉपुलेशन ग्रो का असर क्राइम पर लगातार होने व पुलिस डिपार्टमेंट के पास लिमिटेड मैन पावर व इंफ्रास्ट्रक्चर होने के कारण पुलिस को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

23 लाख है population
ईस्ट सिंहभूम डिस्ट्रिक्ट का टोटल पॉपुलेशन 22,91032 है। इसी तरह जमशेदपुर का पॉपुलेशन 13,37131 है। इसमें 6,96,858 मेल व 6,40,273 फीमेल हैं। इसके अलावा 5 साल से कम एज के बच्चों की संख्या 6,40,273 है। यह डाटा वर्ष 2011 के सेंसस के अनुसार है। इन दो वर्षों में सिटी के पॉपुलेशन में काफी इजाफा हुआ है।

जिस रेसियो से पॉपुलेशन इन्क्रीज हो रहा है, उस हिसाब से सिटी का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं हो रहा है। आज भी यहां के नन कंपनी एरिया के रोड्स की हालत वैसी ही है, जैसा 10 साल पहले थी। ऐसे में भला ट्रैफिक प्रॉब्लम नहीं आएगी तो क्या होगा। गवर्नमेंट को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
-सुनील कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी, जनसंख्या विभाग

सिटी में पॉपुलेशन और व्हीकल्स की संख्या बढऩे से पॉपुलेशन भी बढ़ा है। इस वजह से कई तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। गवर्नमेंट को पॉपुलेशन कंटोल प्रोग्राम को और इफेक्टिव बनाना चाहिए।
-डॉ विजय शंकर प्रसाद, फिजिशियन

जितनी तेजी से सिटी में व्हीकल्स की संख्या बढ़ी है, उस हिसाब से रोड की चौड़ाई नहीं बढ़ी।
-जॉर्ज कुमार डीटीओ, ईस्ट सिंहभूम