- 513 शिक्षा मित्रों ने सरकार से खफा होकर कराया मुंडन

- ईको गार्डेन में लगातार 67वें दिन जारी रहा शिक्षामित्रों का प्रदर्शन

LUCKNOW :

ईको गार्डेन में 67 दिनों से पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षा मित्रों का आंदोलन तेज हो गया है। बुधवार को शिक्षामित्रों ने विरोध स्वरूप श्राद्ध मनाया, मुंडन कराया और प्रदेश में शहीद हुए शिक्षा मित्रों को श्रद्धांजलि दी।

सरकार पर उपेक्षा का आरोप

बुधवार दोपहर राज्य सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगा शिक्षामित्र उमा, सरोज, संगीता व सुमन ने मुंडन कराकर श्राद्ध आरंभ किया। इसके बाद एक-एक करके 63 महिला और 450 पुरुष शिक्षामित्रों ने अपना मुंडन कराया और तर्पण भी दिया। शाम तक कुल 513 शिक्षामित्रों ने अपने सिर मुड़वाए।

विधानभवन की ओर कूच

इसके बाद शिक्षामित्र धरना स्थल से विधानभवन की ओर कूच करने लगे लेकिन ईको गार्डन गेट पर मौजूद पुलिसबल ने उन्हें रोक दिया। इस पर शिक्षा मित्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

18 मई से कर रहे प्रदर्शन

शिक्षामित्र एसोसिएशन यूपी के आह्वान पर प्रदेशभर से सैकड़ों की संख्या में शिक्षामित्र 18 मई से ईको गार्डेन धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अध्यक्ष उमादेवी ने कहा कि उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान आदि में शिक्षामित्रों को समान कार्य समान वेतन दिया जा रहा है। सिर्फ यूपी में मांगें नहीं मानी जा रही हैं। उपाध्यक्ष संतोष दुबे ने बताया कि कुल 1.74 लाख शिक्षामित्रों में से 1.24 लाख शिक्षामित्रों को पैरा टीचर के तौर पर बीटीसी का प्रशिक्षण करवाया गया, इन्हें प्राइमरी स्कूलों में टीचर बनाया जाए। शिक्षामित्रों को 38878 रुपए वेतन दिया जाए न कि केवल 10000 रुपए।

शिक्षामित्रों ने ही चलाया उस्तरा

शिक्षामित्रों के मुंडन के लिए कोई हेयर ड्रेसर नहीं बुलाया गया। शिक्षामित्रों में से ही अमरेंद्र, रवीन्द्र और प्रदीप आदि ने एक-दूसरे का मुंडन किया। उन्होंने कहा कि अब शिक्षामित्रों को केवल दस हजार रुपये मिलते हैं, वह भी दो-चार माह बाद। ऐसे में वह खुद ही हेयर ड्रेसर बन गए।

ये हैं मांगें

1.आरटीई एक्ट 2009 के तहत शिक्षामित्रों को पूर्ण शिक्षक का दर्जा और वेतनमान

2. टीईटी परीक्षा में छूट दी जाए

3. जो शिक्षामित्र टीइटी पास हैं उन्हें बिना परीक्षा तैनाती दी जाए

4. असमायोजित शिक्षामित्रों को समान कार्य समान वेतन दिया जाए

5. मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता व एक सदस्य को योग्यतानुसार नौकरी