AGRA (14 Oct.): बाह थाना क्षेत्र के अंतर्गत बटेश्वर का मई गांव बुधवार को सुर्खियों में आ गया। दीपावली से पहले आतिशबाजी का धमाका समूचे गांव को दहला गया। आधा दर्जन परिवारों की जीविका का साधन बना यह कारोबार में आग लग चुकी है। दहशत की वजह से परिवारों ने फिलहाल ये काम बंद कर दिया है। गांव से मृतक का परिवार ताला डालकर गायब हो चुका है। बिना लाइसेंस कारोबार संचालित करने वाले कुछेक परिवार भी यहां से पलायन कर चुके हैं।

बिना लाइसेंस चल रहा था कारोबार, सोया था प्रशासन

बताया गया है हाफिज के यहां बारूद का यह कारोबार बिना लाइसेंस चल रहा था। इस पर पुलिस व प्रशासन की कोई नजर नहीं थी। घर के लोगों ने पुलिस व प्रशासन के आने से पहले ही उसके शरीर के टुकड़ों को दफन कर दिया। मृतक की पत्नी पकड़े जाने के डर से मकान पर ताला डालकर फरार हो गई। कई समुदाय विशेष के मकानों पर ताला डला था। अकेला हाफिज ही नहीं बल्कि बिना लाइसेंस लिए इस कारोबार से करीब आधा दर्जन परिवार जुडे़ हैं। आतिशबाजी बनाने का यह काम गांव में पिछले डेढ़ दशक से चल रहा है। ग्रामीणों की जीविका का साधन भी बन चुका है। दीपावली के नजदीक आते ही आतिशबाजी की बढ़ती डिमांड के चलते यहां परिवार के अन्य सदस्य भी पटाखे बनाने में लग जाते हैं।

गांव में पसरा सन्नाटा

इधर, हाफिज के मकान में विस्फोट होने से गांव में दहशत फैल गई। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए। इनको देख समुदाय विशेष के लोगों में घबराहट हो गई। बताया गया है कि कई समुदाय विशेष लोगों के घरों पर ताले लटके हुए थे। लोग हादसे के बाद मकान पर ताला डाल कर भाग निकले हैं। लोगों को इस बात का डर था कि कहीं उन पर कोई कार्रवाई न हो जाए।

गनीमत थी कि कोई और नहीं था

गनीमत यह थी कि जिस दौरान यह हादसा हुआ, उस दौरान मात्र हाफिज ही मकान में था, परिवार के अन्य लोग और काम करने वाले बाहर थे। ग्रामीणों का कहना था कि आतिशबाजी बम से भी ज्यादा खतरनाक है। इस घटना के बाद लोगों में आम पटाखों को लेकर भी भय पैदा हो गया है।