- आचार संहिता के कारण कैश लेकर नहीं चल रहे लोग

- बाहर से आने वाला कस्टमर भी नहीं आ रहा है मेरठ

- सिटी में लगातार हो रहे क्राइम के चलते भी लग रहा डर

Meerut : बदमाशों ने शुक्रवार को लूट करने के बाद गोली मारकर सर्राफ की हत्या कर दी। ये संदर्भ लेना इसलिए जरूरी था कि मौजूदा समय में सर्राफा मार्केट की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। चुनाव आचार संहिता, सोने के गिरते दाम और बदमाशों का बढ़ता खौफ लोगों को मार्केट में आने से मना कर रहा है। आइए आपको भी बताते हैं कि पिछले एक महीने में सर्राफा मार्केट कितने नीचे आ गया है।

म्0 फीसदी गिरा मार्केट

पिछले एक महीने में सिटी के सर्राफा मार्केट में काफी बदलाव आ गया है। सर्राफा व्यापारियों की मानें तो फरवरी के मुकाबले मार्च में म्0 फीसदी मार्केट में कमी आ गई है। इसका महत्वपूर्ण कारण चुनाव आचार संहिता का ही है। मेरठ में लोग कैश लेकर सोना खरीदते हैं। चुनाव आचार संहिता में भ्0 हजार रुपए से ज्यादा लेकर निकल ही नहीं सकते हैं। ऐसे में लोगों को साए के दिनों में खाली बैठना पड़ रहा है। गौरतलब है तो आमतौर सर्राफा मार्केट में क्0 करोड़ रुपए का डेली का व्यापार है। तो आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि मार्केट काफी गिर चुका है।

बाहरी कस्टमर भी घटा

सर्राफा व्यापारियों की मानें तो लोकल से ज्यादा रोजाना की सेल बाहर के कस्टमर्स से ज्यादा होती है। बॉर्डर और पुलिस द्वारा जगह-जगह चेकिंग होने के कारण बाहरी लोग भी सोने को खरीदने के लिए नहीं आ रहे हैं। करीब भ्0 फीसदी बाहरी कस्टमर अपने घर में बैठ गया है। आपको बता दें कि दिल्ली, नोएडा, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर आदि जिलों से लोग यहां पर आकर गोल्ड की खरीददारी करते हैं।

बदमाशों की भी मार

वहीं बदमाशों के लिए तो सर्राफा व्यापारी पहले से ही सॉफ्ट टारगेट रहे हैं। आएदिन उनके साथ कोई न कोई घटना होती रहती है। अभी हाल ही शुक्रवार को बस में एक सर्राफा को लूट के इरादे गोली मारकर हत्या कर दी थी। वैसे पुलिस ने इस केस को काफी हद तक खोल दिया है। फिर शहर का माहौल तो सर्राफा के लिए काफी खराब तो ही गया है। ऐसे में कोई व्यापारी और पब्लिक रिस्क लेने को तैयार नहीं है।

गिरता सोना भी वजह

मार्केट ठंडा होने की वजह सोने के गिरते दामों को भी बता रहे हैं। व्यापारियों की मानें तो लोगों को सोने के गिरते दामों की भी काफी चिंता खा रही है। ऐसे में कारोबार काफी मंदा है। अगर फरवरी में ख्ब् कैरेट प्रति दस ग्राम की कीमत की बात करें तो फ्क्000 रुपए थी। जो मार्च में घटकर ख्9 हजार रुपए आ गई। मंदी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अप्रैल माह के पहले दिन सोने की कीमत ख्90फ्0 रुपए थी।

चल रहा है मैरिज का टाइम

इन दिनों शादी का टाइम चल रहा है और क्0 अप्रैल को मेरठ में काफी मैरिज हैं। ऐसे में ज्वैलरी शॉप पर लोगों की भीड़ जुटना कोई बड़ी बात नहीं थी, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हो रहा है। सर्राफा व्यापारियों की मानें तो चुनाव और बदमाशों के खौफ के कारण पब्लिक बाहर निकलने को तैयार नहीं है।

व्यापार में भ्0 से म्0 फीसदी की कमी आई है। सबसे पहली बात चुनाव आचार संहिता और कीमतों में गिरावट और तीसरा बदमाशों का खौफ लोगों में काफी फैल गया है।

- सर्वेश कुमार सर्राफ, महामंत्री, मेरठ बुलियन एसोसिएशन

मार्केट म्0 फीसदी तक डाउन जा चुका है। बाहर का कोई कस्टमर आने को तैयार नहीं है। पुलिस की चेकिंग के कारण ही पब्लिक मेरठ आने से घबरा रही है।

- दिनेश रस्तोगी, महामंत्री, न्यू सर्राफा मार्केट एसोसिएशन