-एनआईए ने अपने चार्जशीट में किया सनसनीखेज खुलासा

-आतंकी हैदर ने इलाहाबाद के मिश्र पाइप कंपनी से खरीदा था सामान

-पुलिस का दावा 12 पाइप यहीं से खरीदकर ले गए थे

piyush.kumar@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबाद आतंकियों के लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना बन गया है। जहां आतंकी आकर न सिर्फ रहते हैं बल्कि आसानी से यहीं से मौत का सामान भी खरीद कर ले जाते हैं। पटना में मोदी की रैली के दौरान हुए बम ब्लास्ट में आतंकी हैदर मौत का सामान यहीं से खरीदा कर ले गया था। एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी)का दावा है कि हैदर ने इलाहाबाद के मिश्र पाइप कंपनी से आईईडी बम के लिए क्ख् पाइप खरीदे थे। बैंगलुरु में लास्ट इयर हुए बम ब्लास्ट में भी इसी पाइप यूज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट भी दाखिल किया है।

इलाहाबाद से पकड़ा गया था अनिल

पटना में मोदी की रैली के दौरान हुए बम ब्लास्ट में कई लोग जख्मी हुए थे। इस केस का मास्टर माइंड बिहार का हैदर था। आंतकी हमले की जांच में जुटी एनआईए की टीम लास्ट इयर इलाहाबाद पहुंची थी। उसने मांडा के रहने वाले अनिल कुमार नामक युवक को पकड़ा था। अनिल पर आरोप था कि उसने हैदर को जिलेटिन पाइप सप्लाई किया था। अनिल ने खुलासा किया था वह पाइप शंकरगढ़ एरिया में पहाड़ों को विस्फोट करने के लिए यूज करता है। उसने गलती से आतंकी संगठन सिमी को पाइप सेल कर दिया। लेकिन उसकी दलीलें काम नहीं आई और एनआईए मिर्जापुर से उसके तीन और साथियों को दबोच ले गई।

एलबो शेप में पाइप

एनआईए ने जांच में पाया है कि पटना के बाद बैंगलुरु में हुए बम ब्लास्ट में भी उसी आईईडी बम का यूज हुआ था। यानी दोनों जगहों पर एक ही बम मिले। पटना में एलबो शेप की खास पाइप यूज की गई थी। सेम पाइप बैंगलुरु बम ब्लास्ट में मिला। फोरेंसिक जांच से यह स्पष्ट हो गया कि एक ही तकनीक का बम दोनों जगहों पर यूज किया गया था। इस मामले में एनआईए ने चार्जशीट दाखिल कर दिया है। जिसमें खुलासा किया गया है कि हैदर इलाहाबाद से मौत का सामन ले गया था।

पाइप और सर्किट की खरीदारी

खुफिया विभाग की मानें तो हैदर ने अपने साथियों की मदद से इलाहाबाद से मिश्र भवन कंपनी से पाइप खरीदा था। यहीं से उसने टाइम बम बनाने के लिए सर्किट भी खरीदा था। फिर आसानी से उसे यहां से बिहार ले गया। सोर्सेज की मानें तो क्ख् पाइप ले जाया गया और उसी से अलग-अलग जगहों पर ब्लास्ट कराया गया। हैदर को पुलिस ने मास्टर माइंड बताया जो पहले से ही क्0 लाख रुपए का इनामी था। उसकी अरेस्टिंग के बाद कई राज खुले थे।

यू ही नहीं है मौत की मंडी

इलाहाबाद को यूं ही नहीं मौत की मंडी कहा जाने लगा है। यहां पर पहाड़ों को ब्लास्ट कराने की बात छोडि़ए टाइप बम, पार्सल बम, पाइप बम और रिमोट कंट्रोल तक ब्लास्ट किया जा चुका है, जिसमें बारुद के लिए आरडीएक्स का यूज हुआ। फिर भी यहां की पुलिस को नहीं लगता कि यहां कोई आतंकी कनेक्शन हो सकता है।

जार्जटाउन में मिला था पाइप बम

इलाहाबाद पुलिस यहां की गतिविधियों को बहुत ही लाइटली ले रही है। हाल ही में जार्जटाउन पुलिस ने चार लड़कों का एक ऐसा गैंग पकड़ा था जो पाइप बम बनाने में मास्टर थे। उनके रूम से पाइप बम तो मिला ही था, उसके साथ ही बम बनाने के सारे उपकरण भी वहां मौजूद थे। उनका एक साथी पकड़ा गया और पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस का दावा था कि मास्टर माइंड फरार है। जब वह आरोपी पकड़े गए तो पुलिस बैकफुट पर नजर आई। पूरे मामले का पर्दा डाल दिया। पुलिस का दावा था कि पकड़े गए बदमाशों का कोई आतंकी या नक्सलियों से रिलेशन नहीं है।

आरडीएक्स -ख्0क्0 में पूर्व मंत्री नंद गोपाल नंदी पर रिमोट कंट्रोल की मदद से बम से हमला हुआ था। इस हमले में नंदी तो बच गए थे लेकिन पत्रकार समेत दो लोगों की मौत हो गई। जांच में पहुंची फोरेंसिक एक्सपर्ट ने जब खुलाया किया कि बम ब्लास्ट के लिए यहां बारुद में आरडीएक्स मिलाया गया है तो सभी के होश उड़ गए।

टाइम बम- ख्009 में इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक गांव में टाइम बम मिला था। अचानक एक घर के बाद बम ब्लास्ट हुआ कि महिला व उसके बच्चे जख्मी हो गए। बम डिस्पोजल यूनिट जांच में पहुंची तो एक और टाइम बम मिला। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जिस व्यक्ति के घर से बम मिला था उसी के लड़कों को बम रखने के आरोप में जेल भेज दिया था।

पार्सल बम-ख्0क्फ् में इलाहाबाद शहर के कीडगंज एरिया में पार्सल बम ब्लास्ट होने की सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया था। इस सनसनीखेज घटना के बाद से खुफिया विभाग के होश उड़ गए लेकिन अभी तक पुलिस इस केस का वर्कआउट नहीं कर सकी।

वलीउल्ला को नहीं भूले

इलाहाबाद पहली बार आतंकी को लेकर ख्00म् में प्रकाश में आया था। बनारस में हुए बम ब्लास्ट केस में जांच एजेंसी ने फूलपुर के रहने वाले वलीउल्ला को अरेस्ट किया तो सभी सन्न रह गए। इस घटना के बाद से इलाहाबाद पुलिस के होश उड़ गए। और सभी खुफिया विभाग की टीमें यहां जांच के लिए जुट गई थी।