-पानी की निकासी के लिए गठित की गई स्पेशल टीम

-शहर के जल भराव वाली जगहों को किया जा रहा चिन्हित

देहरादून,

प्यास लगने पर कुआं खोदने वाली कहावत नगर निगम पर पूरी तहर फिट बैठ रही है। पिछले तीन दिनों से हो रही बरसता के बाद शहर पानी में डूबने लगा तो निगम को पानी निकासी करने की याद आई, आनन-फानन में इसके लिए टीम का गठन कर दिया गया। खास बात यह है कि निगम ने अब जाकर जलभराव वाली जगहों को चिन्हित करने का काम शुरू किया है।

यहां होता है जलभराव

शहर में सबसे ज्यादा जलभराव घंटाघर, प्रिंसचौक, कांवली, रिस्पना, राजीव नगर, डालनवाला क्षेत्र में होता है।

ड्रेनेज सिस्टम नहीं

शहर की सबसे बड़ी दिक्कत यहां ड्रेनज व्यवस्था न होना है। इस स्थित में जल निकासी की किसी भी योजना के पूरी तरह सफल होने के आसार बहुत कम हैं।

संसाधन का अभाव

निगम के पास जलभराव से निपटने के लिए प्रयाप्त संसाधन नहीं है। हर बार निगम बड़े बड़े दावे करता है, लेकिन प्री मानसून ही निगम की पोल खुल जाती है।

आईनेक्स्ट ने किया था आगाह

प्री मानसून के दस्तक देने से पहले दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने शहर में जलभराव की स्थिति को ले अभियान चलाया था। निगम को इस बारे में आगाह भी किया गया था, हालांकि उस दौरान में निगम ने सभी तैयारियां होने के दावे किये थे।

निर्माणाधीन नालियां टूटी

शहर में पानी की निकासी के लिए बनाई जा रही नालियां भी जल भराव से टूट गई है। नालियों जाम हो गई हैं, सड़कों पर जलभराव इस तरह हो रहा कि वाहन चालक व पैदल चलने वाले लोगों को दिक्कत हो रही है।

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जलभराव से निपटने के लिए निगम द्वारा स्पेशल टीम गठित की गई है, जिन जगहों पर जलभराव हो रहा है। उन्हें चिन्हित किया जा रहा है, और उनसे निपटने की योजना बनाई जा रही है।

आरके सिंह, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी