- 31 नियम हैं कुल फिटनेस के

- 5-6 नियमों की ही हुई जांच

- 6 वाहन ही डेढ़ बजे तक पहुंचे

- फिटनेस के मानक पूरे ना होने के बाद भी दिया फिटनेस सर्टिफिकेट

- शौकत अली वाहन दिखाते रहे, साहब फिटनेस बनाते रहे

- फिटनेस ग्राउंड पर गिने-चुने वाहन ही पहुंचे फिटनेस कराने

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LUCKNOW: वाहनों में लगे अग्निशमन यंत्र की एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी, मेडिकल किट में दवाएं अधूरी मिली, वाहनों की सीटें फटी थी और उन पर लिखे मोबाइल नंबर बंद हो चुके हैं. इनके अलावा भी चंद वाहनों में कई मानक अधूरे मिले, लेकिन साहब ने छोटी-मोटी जानकारी हासिल कर स्कूली वाहनों को फिटनेस जारी कर दी. यह नजारा रविवार को फिटनेस ग्राउंड पर देखने को मिला. स्कूली वाहनों की फिटनेस के लिए यहां पर कैंप लगाया गया था ताकि उन्हें सुरक्षा की कसौटी पर घिस कर सुरक्षित सफर का सर्टिफिकेट दिया जा सके. आलम यह रहा कि चंद वाहन ही कैंप में हिस्सा लेने पहुंचे.

डेढ़ बजे तक छह वाहन ही पहुंचे फिटनेस को

विभागीय अधिकारियों के अनुसार तकरीबन डेढ़ बजे तक मात्र छह वाहन ही जांच के लिए पहुंचे. जुलाई में स्कूल खुलने से पहले शहर के स्कूली वाहनों की जांच के लिए परिवहन विभाग ने समर वेकेशन में तीन दिन का अभियान चलाया. इसमें दो दिन सरकारी अवकाश बुद्ध पूर्णिमा और बड़ा मंगल होने के कारण अधिकारी घर से नहीं निकले. वहीं तीसरे दिन एक स्कूल में जाकर सात आठ गाडि़यों की जांच कर अभियान पूरा किया. यह हाल तब है एक्सीडेंट के दौरान कई स्कूली वाहनों में मासूम अपनी जान गंवा चुके हैं.

फोन कर बुलाए गए वाहन

मामला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है. फिटनेस ग्राउंड पर जब वाहन नहीं पहुंचे तो एक वाहन मालिक को फोन कर उसे वाहनों के साथ बुलाया गया. यह वाहन मालिक अपनी सात स्कूली वैन की फिटनेस कराने के लिए फिटनेस ग्राउंड पहुंचे. शौकत अली ने अपने सभी वाहनों के फिटनेस की जांच कराई. इनमें कई वाहन मानकों पर खरे ना होने के बाद भी उन्हें जल्द ही ठीक करा लेने की हिदायत के साथ फिटनेस जारी कर दी गई. साहब की कृपा दृष्टि देख शौकत अली वहां पर अन्य वाहनों के बारे में भी बता कर अन्य लोगों को भी फिटनेस दिलाने में जुटे रहे.

कोट

जो वाहन फिटनेस के लिए नहीं आए हैं, उनके लिए अभियान चलाया जाएगा. अब रोड पर अनफिट वाहन मिले तो उनसे दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा और उनके वाहन जब्त भी किए जाएंगे.

सर्वेश चतुर्वेदी

आरआई

आरटीओ ऑफिस

परिवहन विभाग

बॉक्स

मोबाइल पर बात कहकर चले गए साहब

फिटनेस स्थल पर सुबह के समय एआरटीओ संजीव गुप्ता मौजूद रहे, लेकिन एक बजे से पहले वह वहां से निकल गए. मौके पर पहुंचे लोगों ने जब आरआई से बातचीत करनी चाही तो उन्होंने इंकार कर दिया. उन्हें बताया गया कि एआरटीओ प्रवर्तन अपनी बात की रिकार्डिग का वीडियो जारी कर गए हैं, लेकिन चैनलों ने इस बाइट को लेने से इंकार कर दिया. इस दौरान वहां पर काफी हंगामा भी हुआ.

इन वाहनों को मिली फिटनेस

यूपी 32 सीजेड 9562

सीटें फटी, इंडीगेटर टूटा, रेफ्रोरिफलेक्टर टेप नदारद, शीशों प्लेन नहीं थे. उन पर ब्लैक फिल्म की तरह कोई शीट लगाई गई थी.

यूपी 32 सीयू 5838

चालक ने बताया कि मकान बनवाते समय छत गिर गई थी इसलिए गाड़ी में डेंट लगा हुआ है. जल्द ही ठीक करा लूंगा. इस वाहन में लगे अग्निशमन उपकरण की डेट निकल चुकी थी.

यूपी 32 ई एच 9366

रेफ्रो टेप नहीं लगा था. सीट के दोनों बॉडी पर से कपड़ा उखड़ चुका था. इसमें दफ्ती लगाई गई थी.

इनकी नहीं हुई जांच

- किसी भी वाहन में लगे सिलेंडर की हर छह महीने जांच वाला प्रपत्र नहीं देखा गया

- किसी भी चालक के लाइसेंस की जांच नही की गई.

- वाहनों पर लगे मोबाइल नंबर भी नहीं देखे गए जबकि कई वाहनों पर लिखे मोबाइल नंबर बंद पड़े थे

- वाहनों के दरवाजों पर गलत सही लिखावट के लिए नहीं टोका गया जबकि अधिकांश वाहन में इसकी लिखावट ठीक नहीं रही.

बॉक्स

- नहीं उतरवाया बंपर गार्ड

दो साल पहले केंद्र सरकार ने सभी वाहनों में आगे पीछे लगे बंपर गार्ड हटाने के निर्देश दिये थे, जिससे वाहनों की स्पीड प्रभावित ना हो, लेकिन यहां पर चेकिंग के दौरान बंपर गार्ड वाहन में लगा मिला.

सिर्फ हुई ये जांचे

- 31 मानकों में से सिर्फ वाहनों के सिलेंडर, ब्रेक, अग्निशमन उपकरण, मेडिकल किट ही देखी गई.