- 1090 चौराहे पर दो घंटे चला पुलिस का हेलमेट चेकिंग अभियान

- शहर भर में शाम 5 से रात 10 बजे तक चला चेकिंग अभियान

LUCKNOW :

प्लेस- 1090 चौराहा

टाइम - शाम 5 से 7 बजे

अंकल, मेरे पापा भी पुलिस डिपार्टमेंट में हैं, सर मैं एलडीए में हूं, मुझे तो छोड़ दीजिए, सर मैं तो आप के पड़ोस में रहती हूं मेरा चालान मत करिए इस तरह के दर्जन भर से अधिक बहाने लोगों के पास थे। कोई मोबाइल से बात कराकर अफसर को मैनेज कराने का प्रयास कर रहा था तो कोई बड़े अफसर का नाम लेकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था। दरअसल, ट्रैफिक और सिविल पुलिस की ओर से फ्राइडे को शाम 5 बजे से शहर भर में हेलमेट चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें दो हजार से ज्यादा लोगों का चालान किया गया।

अचानक बदल गया माहौल, चारों तरफ फोर्स

शाम 5 बजे 1090 चौराहे का नजारा कुछ अलग ही था। मरीन ड्राइव और चौराहे के आस-पास फास्ट फूड सेंटर में बाइकर्स की लंबी कतार लगी थी। इससे पहले 4.45 बजे एसपी ट्रैफिक रवि शंकर निम, सीओ ट्रैफिक डॉ। राजेश त्रिपाठी, टीआई शीतल पांडेय, टीएसआई प्रेम शाही समेत दर्जन भर से अधिक पुलिस कर्मी फोर्स के साथ पहुंच गए। लोहिया पथ स्थित 1090 चौराहे के रोड के एक तरफ लाइन से पुलिस कर्मी खड़े हो गए। पहले लगा कोई वीआईपी मूवमेंट है, लेकिन कुछ देर बाद ही पूरा नजारा बदल गया।

बिना हेलमेट को रोका ट्रैफिक को आगे बढ़ाया

ट्रैफिक पुलिस की करीब पांच टीमें बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने वाले लोगों को रोक कर चलाना काट रही थी। जबकि एसपी ट्रैफिक रवि शंकर निम समेत तीन टीमें वहां लगने वाले जाम को कंट्रोल कर रही थी। नजारा यह था कि बीच ट्रैफिक से बिना हेलमेट लगाकर गाड़ी चलाने वाले को रोक कर किनारे किया जाता था और उनका चालान किया गया।

सॉरी अंकल आज माफ कर दीजिए

शाम 5.30 बजे ऑफिस और कोचिंग से छूट कर घर जाने वालों 1090 चौराहे पर बिना हेलमेट के चलते रोक लिए गए। कई के पास ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी तक नहीं थी। स्टूडेंट्स ने पुलिस अफसरों को अंकल और सर बनाकर सॉरी बोला और छोड़ने की रिक्वेस्ट की, लेकिन चेकिंग उन्होंने किसी को नहीं बक्शा। डीएल और आरसी न होने पर भी उनका नाम पता पूछ कर चालान काटा गया।

मैं नवनीत सिकेरा का भतीजा हूं

बिना हेलमेट के गाड़ी चला रहे आशियाना के आकाश को जब पुलिस ने रोका तो पहले उसने अपने आप को डीआईजी नवनीत सिकेरा का भतीजा बताया। इस पर पुलिस कर्मियों ने उसे सीओ डॉ। राजेश त्रिपाठी से मिलवाया तो सीओ को देख कर युवक पलट गया और अपने आप को डीआईजी नवनीत सिकेरा के भतीजे का दोस्त बताया। जब अफसरों ने डीआईजी ने बात करने के लिए उससे कहा तो वह चालान कटवाने के लिए तैयार हो गया।

साहब, नेता हूं पेपर जमा मत करिए

बीजेपी के प्रोग्राम की तैयारी में लगे दो नेता भी बिना हेलमेट के गाड़ी चलाते धरे गए। पहले तो हेकड़ी दिखाई, लेकिन कोर्ट के आदेश पर चेकिंग के नाम पर भगवा गमछा धारी नेता एसपी ट्रैफिक के पास पहुंचे और कहा साहब नेता हैं कम से कम पेपर न जमा कराएं, हम 100 रुपये का चालान कटवा लेंगे।

विधायक जी से बात कर लीजिए

1090 चौराहे पर स्कूटी सवार चारू पटेल नाम की युवती को पुलिस ने रोका तो उसने अपने आप को कानपुर की एक महिला विधायक का रिश्तेदार बताया। यहीं नहीं चेकिंग कर रहे पुलिस अफसरों से युवती ने महिला विधायक से फोन पर बात भी कराई। इस पर पुलिस अफसरों ने बिना हेलमेट की बात कहीं तो विधायक ने चालान काटने की बात कहीं।