डीएम के आदेश के बाद भी सड़क पर ही खड़े रहते हैं वाहन

स्कूलों के साथ ही अधिकारियों को भी नहीं है आदेश की परवाह

ALLAHABAD: शहर का ट्रैफिक सुधारने और स्कूल की छुट्टी के समय शहर को जाम से बचाने के लिए डीएम ने आदेश दिया था। आदेश था कि स्कूल की छुट्टी के समय वाहन स्कूल परिसर में खड़े होंगे। आदेश जारी होने के 15 दिन बाद भी स्कूलों पर डीएम के आदेश का कोई असर नहीं दिखा। स्कूलों के साथ ही आदेश का पालन कराने वाले जिम्मेदार अधिकारी भी डीएम के आदेश को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं।

सड़क पर हर तरफ दिखी पार्किंग

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शुक्रवार को छुट्टी के पहले स्कूलों का जायजा लिया। इस दौरान स्कूल के बाहर सड़क पर ही स्कूल के वाहन खड़े दिखे। इसके बाद रिपोर्टर छुट्टी के समय सेंट मेरीज कॉन्वेंट इंटर कालेज के बाहर पहुंचा। लोक सेवा आयोग के पास स्थित स्कूल के बाहर पैरेंट्स के वाहनों की लंबी कतार रोड पर ही लगी थी। इससे आने जाने वालों को परेशानी हो रही थी। पैरेंट्स रोड पर ही वाहनों को खड़ा करने स्कूल से बच्चों के आने का इंतजार करते दिखे। कई जगहों पर तो अधिकारियों की गाडि़यां भी नजर आई। स्कूल के बाहर ही ट्रैफिक पुलिस के जवान भी थे, बेपरवाह नजर आए।

सिविल लाइंस में भी बदहाल

सिविल लाइंस के दूसरे स्कूलों का भी यही हाल दिखा। सेंट जोसफ कालेज के बाहर सड़क के दोनों तरफ पैरेंट्स अपनी कार व टू व्हीलर खड़ी करके बच्चों का वेट करते दिखे। बगल में नाजरेथ हॉस्पिटल होने के कारण वहां भी लोगों के आने जाने का सिलसिला जारी रहा। इस दौरान आम लोगों को बड़ी मुसीबत झेलनी पड़ी। वहां भी ट्रैफिक डिपार्टमेंट के लोग मौजूद दिखे। ट्रैफिक के लोग गाडि़यों को मैनेज करना में जुटे रहे, लेकिन डीएम के आदेश का पालन करने में उन्हें भी कोई खास इंट्रेस्ट नहीं दिखा। बीएचएस और जीएचएस पहुंचा के हालत भी ऐसे ही दिखे। छुट्टी होने के पहले ही पैरेंट्स के साथ ही स्कूल वाहन भी सड़क पर खड़े हो गए।

बोलने को तैयार नहीं हुए पैरेंट्स

इस दौरान जब रिपोर्टर ने वहां मौजूद पैरेंट्स से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने बोलने से साफ इंकार कर दिया। पैरेंट्स का कहना था कि इस संबंध में स्कूल प्रशासन से ही बात करें तो बेहतर होगा। कुछ ने आशंका जताई कि बोलने पर उनके बच्चों को परेशान किया जा सकता है।