- सहजनवां में किशोरी हत्याकांड के खुलासे का दावा

- मामले में अभी कई सवालों का जवाब पुलिस के पास नहीं

GORAKHPUR: सहजनवां एरिया के डोहरिया, बसुनपुरवा निवासी संजू की हत्या उसके भाई भुअर ने की थी। शनिवार को पुलिस ने यह दावा पत्रकार वार्ता में किया। सीओ ने कहा कि बहन के संबंध से आजिज आकर भाई ने उसे बाग में बुलाकर मार डाला। गला घोंटकर बहन की हत्या करदोस्तों संग घूमने निकल गया। हालांकि खुलासे का दावा करने वाली पुलिस के पास किशोरी की हत्या से जुड़े कई सवालों के जवाब अब भी नहीं है।

10 अक्टूबर को मिली थी डेड बॉडी

बसूनपुरवा निवासी संजू की डेड बॉडी गांव के पास बाग में 10 अक्टूबर की सुबह मिली थी। परिजनों की सूचना पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था। शुरुआती जांच में पुलिस को उसके भाई भुअर पर शक हुआ। पूछताछ के लिए पुलिस भुअर को उठाकर थाने पर ले गई। दो दिनों तक हिरासत में रखकर उसे छोड़ दिया। शनिवार को पुलिस ने उसे अरेस्ट कर हत्याकांड के खुलासे का दावा किया। सीओ ने कहा कि बहन के खुले विचारों से परेशान रहने वाले भाई भुअर ने ही उसे ठिकाने लगा दिया।

यह सुनाई मर्डर की कहानी

सीओ ने कहा कि बहन की हरकतें भुअर को नागवार लगती थी। नौ अक्टूबर को किसी युवक के साथ वो साइकिल से घूमने निकली थी। रास्ते में भुअर ने बहन को युवक के साथ देख लिया। घर पहुंचकर मां से बहन के बारे में जानकारी ली। संजू के घर से बाहर रहने के बारे में मां कुछ नहीं बता सकी। गुस्से में आकर भुअर ने बहन की तलाश शुरू कर दी। रात में करीब साढ़े नौ बजे डोहरिया खुर्द गांव के पास संजू बाग में मिल गई। भुअर ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। डेड बॉडी छोड़कर साइकिल से घर चला गया। सुबह होते ही दोस्तों संग घूमने चला गया।

पुलिस नहीं दे पा रही जवाब

- पुलिस ने पहले दिन जब भुअर को पकड़ा तो उसे जेल क्यों नहीं भेजा?

- घर में शराब की दो बोतल मिलने पर पुलिस ने उसका जिक्र क्यों नहीं किया?

- किशोरी किस युवक से मिलने गई थी? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।

- अकेले भाई ने आराम से बहन की हत्या कर दी। फिर घर में जाकर सो गया। जबकि पुलिस के मुताबिक बहन के साथ एक युवक भी था।

- मां ने कहा था आधी रात के बाद किशोरी नेचुरल काल पर निकली थी।

- भाई, मां और दादी की बातों में काफी विरोधाभास थे।

वर्जन

संजू की हत्या के आरोप में उसके भाई को पकड़ा गया है। उसने अपनी बहन को कई बार मना किया था। लेकिन वह बात नहीं मान रही थी। इसलिए गला दबाकर उसे मार डाला।

मनोज पांडेय, सीओ कैंपियरगंज