- बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने दिए निर्देश

- थर्सडे को किया स्कूल का दौरा, मुख्य प्रबंधक की भूमिका पर जताया संदेह

देहरादून, रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम एकेडमी में 12 वर्षीय स्टूडेंट वासु यादव की हत्या मामले में थर्सडे को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने स्कूल का दौरा किया. उन्होंने इस मामले में स्कूल के मुख्य प्रबंधक स्टीफन सरकार की भूमिका को संदिग्ध ठहराया और अब तक उसकी गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई. उन्होंने मामले की एसआईटी जांच कराने के निर्देश दिए हैं.

ग्रामीण और स्टूडेंट्स से जुटाई जानकारी

थर्सडे को बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी टीम के साथ चिल्ड्रन होम एकेडमी पहुंचीं. उन्होंने सातवीं के स्टूडेंट वासु यादव की हत्या के मामले में आसपास के ग्रामीणों से मुलाकात कर स्कूल की गतिविधियों की जानकारी ली. स्टूडेंट्स से भी घटना को लेकर अहम जानकारियां जुटाईं. इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर भी आयोग की अध्यक्ष ने सवाल खड़े किए, स्कूल के मुख्य प्रबंधक स्टीफन सरकार को अब तक अरेस्ट न करने पर आपत्ति जताई. उन्होंने स्टीफन की भूमिका पर संदेह जताते हुए कहा कि हॉस्टल की छत स्टीफन के आवास से सटी है, ऐसे में उन्हें ये मामला न पता हो ये कैसे हो सकता है. उन्होंने मामले की एसआईटी जांच के निर्देश दिए.

लापता स्टूडेंट की जांच रिपोर्ट भी तलब

बाल आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व इसी स्कूल का स्टूडेंट मोहन महतो लापता हो गया था, उसकी जांच रिपोर्ट भी तलब की गई है. बताया कि 20 अक्टूबर 2017 को स्कूल का 22 सदस्यीय दल भोपगुर-इठारना से करीब 14 किलोमीटर दूर ट्रै¨कग के लिए गया था. इसी दौरान एक 18 वर्षीय स्टूडेंट मोहन महतो पुत्र मधुसूदन महतो लापता हो गया था. पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से उसकी तलाश की जो नाकाम रही. कैंपिंग वाला इलाका टिहरी स्थित आगराखाल पुलिस चौकी के अंतर्गत आता है, लिहाजा टिहरी जिले में मिसिंग का केस दर्ज हुआ. इस मामले में पुलिस ने क्या जांच की इसकी रिपोर्ट भी उन्होंने तलब की है.