- सीओ हजरतगंज के नेतृत्व में चार इंस्पेक्टर करेंगे इंवेस्टिगेशन

- परिजनों ने अब तक नहीं दर्ज कराई <

- सीओ हजरतगंज के नेतृत्व में चार इंस्पेक्टर करेंगे इंवेस्टिगेशन

- परिजनों ने अब तक नहीं दर्ज कराई FIRFIR

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LUCKNOW :

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कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालत में हुई मौत की जांच एसआईटी करेगी। एसएसपी दीपक कुमार ने गुरुवार को सीओ हजरतगंज के नेतृत्व में चार थाना प्रभारियों की टीम बनाई है। यह टीम आईएएस की मौत से जुड़े हर पहलू की बारीकी से पड़ताल करेगी। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद परिवार वाले गुरुवार सुबह अंतिम संस्कार के लिए शव उनके पैतृक आवास बहराइच लेकर ले गए। मौत के ख्ब् घंटे बाद भी इस मामले में परिजनों ने कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराई है।

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की की संदिग्ध हालत में हुई मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए उन्होंने एसआईटी का गठन किया है। यह टीम सीओ हजरतगंज अवनीश मिश्रा के नेतृत्व में काम करेगी। टीम में इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही, इंस्पेक्टर गाजीपुर गिरजा शंकर त्रिपाठी, इंस्पेक्टर हसनगंज और एसओ मडि़यांव अंजनी कुमार पांडेय को जिम्मेदारी सौंपी गई है। टीम आईएएस अफसर के मौत जुड़े हर पहलू की पड़ताल करेगी और अपनी जल्द से जल्द रिपोर्ट देगी। एसएसपी ने बताया कि परिवार वालों ने अब तक कोई तहरीर नहीं दी है। आईएएस अफसर की मौत के मामले में अब तक कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई गई है।

व्हाट्सअप चैट भी खंगालेगी

आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की मौत से पहले व्हाट्सअप चैट भी खंगाली जायेगी। उनके दोस्त और परिवार के लोगों ने उनके व्हाट्सअप नंबर पर जन्म दिन की बधाई दी थी। पुलिस का कहना है कि मृतक के बड़े भाई ने बताया कि डिपार्टमेंटल टेंशन से अनुराग कई दिनों से परेशान चल रहे थे। मसूरी में स्पेशल ट्रेनिंग के बाद उन्हें वापस कर्नाटक जाना था, लेकिन वह लखनऊ आ गए थे। उन्होंने अपनी छुट्टी के लिए आवेदन भी किया था, लेकिन उनकी छुट्टी मंजूर नहीं हुई थी।

भाई के आरोप की भी जांच

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि आईएएस अफसर अनुराग के भाई आलोक ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में उन्होंने एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया था। इसके चलते कई कर्नाटक के कई प्रशासनिक अफसर भी उनसे खफा थे। एसएसपी ने कहा कि इस बिंदु को ध्यान में रखते हुए भी जांच कराई जाएगी। हादसे के एक और दो दिन पहले कर्नाटक से राजधानी कौन-कौन लोग आए थे इसकी जांच पड़ताल की जाएगी।

वर्जन-

पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। अभी तक परिवार ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए एसआईटी बनाई गई है।

- दीपक कुमार, एसएसपी