-रैकेट में कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाने वाले डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पहुंची कानपुर पुलिस

-जांच के घेरे में कई नामचीन डॉक्टर और सफेदपोश, किडनी डोनेट करने वालो की लिस्ट हो रही तैयार

KANPUR : कानपुर से लेकर दिल्ली और कोलकाता तक फैले किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट के गोरखधंधे की जांच के लिए एसएसपी ने एसआईटी गठित कर दी है। जिसमें गोविंदनगर और बर्रा के इंस्पेक्टर के साथ ही सीओ को रखा गया गया है। एसआईटी की जांच के घेरे में फोर्टिस और पीएसआरआई से जुड़े कई नामचीन डॉक्टर और सफेदपोश लोग आ गए हैं। एसआईटी ने किडनी डोनेट करने वालों के साथ ही उन मरीजों की भी लिस्ट तैयार कर रही है, जिन्होंने किडनी या लीवर खरीदा है। दोनों हॉस्पिटल के कोऑर्डिनेटर की गिरफ्तारी के लिए एक टीम को दिल्ली रवाना कर दिया गया है।

दबिश से पहले हो गए फरार

बॉडी पार्ट बेचने के गोरखधंधे में सबसे अहम कड़ी दोनों हॉस्पिटल के कोऑर्डिनेटर हैं। एसआईटी ने जांच शुरू करने के साथ ही दोनों कोऑर्डिनेटर की गिरफ्तारी के लिए एक टीम को दिल्ली रवाना कर दिया है। एसआईटी का मानना है कि कोऑर्डिनेटर की गिरफ्तारी से इस गोरखधंधे से जुड़े डॉक्टर और सफेदपोश लोगों के नाम सामने आ जाएंगे। एसआईटी को कुछ लोगों के नाम भी पता चल चुके हैं। जिसके बारे में एसआईटी ने सबूत जुटाना शुरू कर दिया है। देर रात तक पुलिस टीम ने दोनों हॉस्पिटल में दबिश दी, लेकिन कोऑर्डिनेटर फरार हो चुके थे। अब पुलिस उनकी मोबाइल लोकेशन खंगाल रही है।

विदेश में भी बेचते थे बॉडी पार्ट

पुलिस की अभी तक की जांच में यह पता चला है कि इस रैकेट ने विदेशी मरीजों को भी किडनी और लीवर डोनेट करवाया है। एसआईटी उन मरीजों से भी पूछताछ करेगी, जिन्होंने किडनी या लीवर ट्रांसप्लांट करवाया है। इसमें कई राजनीति से जुड़े लोग भी हैं।

इनकी तलाश कर रही पुलिस

-पीएसआरआई हॉस्पिटल की सुनीता और मिथुन

-फोर्टिस हॉस्पिटल के कोऑर्डिनेटर सोनिका