जर्जर बिल्िडग की ऊपरी मंजिल को तोड़कर कांप्लेक्स बनाने की थी तैयारी

नीचे मार्केट में ग्राहकों की भीड़ के ऊपर गिरा छत का मलबा

Meerut : कोतवाली थानाक्षेत्र भगत सिंह मार्केट में सौ वर्ष पुरानी जर्जर हालत में खड़ी मुरारी लाल उजाला काम्पलैक्स बिल्िडग की छत रविवार दोपहर में अचानक भरभराती हुई नीचे गिर गई। बिल्िडग के प्रथम माले पर पुराने निर्माण को तोड़कर गुपचुप कांप्लेक्स के निर्माण की तैयारी चल रही थी। ग्राउंड फ्लोर पर बनी दुकानों में ग्राहकों की भीड़ के ऊपर छत का मलबा गिरा, जिसके नीचे दबकर एक दुकानदार और पांच ग्राहक घायल हो गए। इस दौरान भगदड़ मच गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी, एंबूलेंस और कई थानों की पुलिस के साथ एसीएम मौके पर पहुंची।

अवैध बताते हुए हंगामा

भगत सिंह मार्केट में पीर वाली गली में कई वर्षो से पुराने भवनों को गिराकर बिना मानचित्र स्वीकृत कराए ही अवैध रूप से व्यवसायिक कांप्लेक्सों का निर्माण चल रहा है। यहीं पर मुरारी लाल बिल्डिंग लगभग 100 साल पुरानी है। इसके ग्राउंड फ्लोर पर 90 दुकानें हैं और प्रथम माले पर नेत्रपाल स्कूल था। ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त होने की वजह से स्कूल बंद कर दिया गया, उसके बाद बिल्िडग का नाम मुरारी लाल उजाला काम्पलैक्स बिल्िडग रख गया। बिल्िडग के मालिक अधिवक्ता आनंद प्रकाश हैं। बिल्िडग के दुकानदारों ने बताया कि छत जर्जर हालत में होने के बाद भी ऊपर के पुराने निर्माण को तोड़कर अवैध रूप से दुकानें बनाने की तैयारी थी। मलबे को छत पर ही इकट्ठा करके रखा गया था जिससे बारिश का पानी भर गया। छत पर कार्य भी जारी था इसी बीच रविवार दोपहर में छत का एक बड़ा हिस्सा भरभराता हुआ नीचे मार्केट की गैलरी में गिर गया। गैलरी में आर्टिफिशियल ज्वैलरी की दुकान करने वाले मौ। रजा व वहां खड़े आधा दर्जन महिला व पुरुष घायल हो गए।

रुका था निर्माण कार्य

दुकानदारों ने दस दिन पहले बिल्िडग की छत पर हो रहे निर्माण को अवैध बताते हुए डीएम, एसएसपी को ज्ञापन सौंपा। उसके बाद कोतवाली पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवा दिया। रविवार को छत गिरने के बाद रामनगर गोला कुंआ व्यापार संघ अध्यक्ष शाहिद खान व अन्य दुकानदारों ने आरोप लगाया कि बिल्िडग की छत पर एमडीए और सोहराब गेट चौकी इंचार्ज की सहमति से निर्माण कार्य हो रहा था। चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग की गई।

जिम्मेदार थाना पुलिस

उक्त भवन के प्रथम तल पर गायत्री फोटो स्टूडियो के नाम से पीयूष शर्मा दुकान चलाते हैं। वे 45 साल से किराएदार हैं। उनका आरोप है कि बिल्डिंग को खरीदकर कांप्लेक्स बना रहे माफिया दुकान को जबरन खाली कराना चाहते हैं। 2 जुलाई को दुकान में उन्होंने चोरी की। जिसकी रिपोर्ट थाना कोतवाली में दर्ज है, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जबरन दुकान तोड़ने के प्रयास के खिलाफ सिविल कोर्ट में भी विवाद चल रहा है। कोर्ट का आदेश है कि भवन से छेड़छाड़ नहीं करनी है। 15 जुलाई को डीआईजी, एसएसपी को पत्र सौंपकर भवन के गिरने की आशंका जताई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।

दो महीने से भवन में अवैध रूप से तोड़फोड़ की जा रही थी। उसी कारण छत गिरी। लोगों ने शिकायत की है कि अवैध कांप्लेक्स बनाने की तैयारी है। मौके पर कोई निर्माणकर्ता नहीं मिला। जिससे साबित है कि मामला गड़बड़ है। एमडीए अफसरों को कार्रवाई के लिए कहा गया है। कार्य रोकने के लिए मौके पर फोर्स तैनात कर दी गई है।

-ब्रजभान सिंह राठौर, एसीएम तृतीय

एसीएम तृतीय व नगर निगम के जेई की ओर से बिल्िडग मालिक को निर्माण कार्य रोकने को नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस में बिल्िडग जर्जर होने का जिक्र है, ताकि ध्वस्त कर उसे दोबारा से तैयार किया जाए।

- अजय कुमार अग्रवाल, इंस्पेक्टर कोतवाली