- वार्ड पांच और छह में बिछाई जाएगी सीवर लाइन

- भैंसाली मैदान के पास लगेगा ट्रीटमेंट प्लांट

- फ‌र्स्ट फेज के प्रोजेक्ट की कुल लागत सवा छह करोड़

- अगली कैंट बोर्ड मीटिंग में प्रोजेक्ट हो सकता है पास

Meerut : भले ही कैंट बोर्ड ने मंत्रालय को अपना सीवरेज का प्लान न भेजा हो लेकिन सबकुछ ठीक रहा तो कैंट के कुछ हिस्से में अगले छह महीने में सीवर लाइन बिछनी शुरू हो जाएगी। इसके लिए कैंट बोर्ड ने बिना शोर शराबा किए काम भी करना शुरू कर दिया है। प्रोजेक्ट के पहले चरण में दो वार्डो को जोड़ा जाएगा। इसके लिए दिल्ली की टीम सर्वे काम काम भी कर रही है। गौरतलब है कि काफी समय से सीवरेज प्रोजेक्ट को लाने की मांग उठ रही थी। वहीं मंत्रालय की ओर से प्रोजेक्ट को भेजने की मांग हो रही है। अगर सीवरेज सिस्टम डेवलप हो जाएगा पब्लिक की काफी प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएंगी।

वार्ड पांच और छह से होगी शुरूआत

सीवेरज प्रोजेक्ट की पहला फेज में वार्ड पांच और छह से शुरू होगा। दोनों ही वार्डो के करीब तीन एकड़ के हिस्से में सीवर लाइन बिछाई जाएगी। साथ ही भैंसाली मैदान के आसपास ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। सीवरेज सिस्टम की डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर काम अंतिम चरण में चल रहा हैं। उम्मीद है कि कैंट बोर्ड की अगली बैठक में यह प्रोजेक्ट पास हो जाएगा।

करीब सवा छह करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट

इस प्रोजेक्ट की लागत के बारे में बात करें तो करीब सवा छह करोड़ है। अधिकारियों की मानें तो इस प्रोजेक्ट की रिपोर्ट को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स की टीम चेक कर रही है। अगर कोई कमी हो उसे पूरा किया जा सके। अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट को भविष्य को देखकर बनाने की योजना है। वर्ष ख्0ब्ब् तक की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तैयार किए जा रहे इस प्रोजेक्ट को भविष्य की जनसंख्या दबाव को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका ट्रीटमेंट प्लांट ऐसा होगा कि फ्0 साल बाद बढ़ी जनसंख्या को देखते हुए इसमें नई यूनिट जोड़ी जा सके।

सर्वे की मुख्य बातें

समरीन डिजाइनर्स कंपनी ने सीवरेज प्रोजेक्ट की पहली स्कीम में वार्ड पांच और छह के कई हिस्सों का सर्वे किया था। कंपनी के लोगों ने महसूस किया कि वार्ड पांच व छह के गली-मोहल्लों और जनसंख्या की स्थिति पुराने शहर के इलाकों जैसी ही है। यहां छोटी गलियां और जनसंख्या के दबाव को देखते सीवर लाइन किस तरह डाली जाए, प्लान किया गया है। स सीवरेज प्रोजेक्ट की सबसे खास बात यह होगी कि जिस भी मैदान में ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा, वह मैदान भी उपयोग में आता रहेगा। यह काम अंतिम चरण में चल रहा है। यह फाइनल होने के बाद उम्मीद है कि अगली बोर्ड बैठक में इसे रखा जाएगा। फैसला होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

ऑफिशियल स्टैंड

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों की टीम प्रोजेक्ट रिपोर्ट की चेकिंग कर रही सीवरेज प्रोजेक्ट पर काम अंतिम चरण में है। इसकी रिपोर्ट अगली बोर्ड बैठक में रखी जा सकती है।

- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड

फैक्ट एंड फिगर

- वार्ड भ् और म् में फ‌र्स्ट फेज में होगा काम।

- दोनों वार्डो के फ् एकड़ में डाली जाएगी सीवर लाइन।

- फ‌र्स्ट फेज के इस प्रोजेक्ट लागत होगी करीब सवा छह करोड़ रुपए।

- अगले फ्0 वर्षो को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है प्लान।

- पिछले क्ख् साल पहले कैंट बोर्ड ने सेंट्रल कमान को भेजा था प्लान।