जमशेदपुर : मैक्सिको में अगले महीने होने वाली विश्वकप तीरंदाजी प्रतियोगिता के लिए स्वर्णपरी दीपिका कुमारी, प्रोमिला दायमुरी व मोनिका सोरेन ने अपनी जगह पक्की कर ली है। वहीं पुरुष वर्ग में तरुणदीप राय,अतनु दास व मंगल सिंह चांपिया को टीम में शामिल किया गया है। जेआरडी टाटा स्पो‌र्ट्स काम्प्लेक्स में विश्व कप तीरंदाजी के चयन ट्रायल में पुरुष व महिला वर्ग में देश के शीर्ष आठ-आठ खिलाडि़यों को शामिल किया गया था। जेआरडी में रविवार को संपन्न हुई चयन ट्रायल के बाद अखिल भारतीय तीरंदाजी फेडरेशन ने खिलाडि़यों की अंतिम सूची जारी की गई है। महिला वर्ग में प्रोमिला दायमुरी, दीपिका कुमारी, मोनिका सोरन, एल बोम्बयला देवी, लक्ष्मी रानी माझी, प्राची सिंह, वी शारदा व एन लावण्या को चयन ट्रायल में भाग लेने का मौका मिला था। वहीं पुरुष वर्ग में तरुणदीप राय, अतनु दास, मंगल सिंह चांपिया, राहुल बनर्जी, गौतम सिंह, विश्वास, सुखचैन, सचिन गुप्ता शामिल थे।

 

बोम्बयला से हारी दीपिका, प्रोमिला से टाई

पहले राउंड में प्रोमिला व बोम्बयला ने दीपिका को कड़ी चुनौती दी। पहले राउंड में बोम्बयला ने दीपिका को मात दी। दीपिका के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं था। दोनों ही अनुभवी खिलाड़ी हैं। बोम्बयला से हार की खीझ दीपिका के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। कोलकाता में भी प्रोमिला ने दीपिका को परेशान किया था। जेआरडी में प्रोमिला व दीपिका के बीच का मुकाबला 6-6 से टाई पर रुका। उसके बाद अंतिम सेट का सहारा लिया गया, जिसमें दीपिका ने धैर्य का प्रदर्शन किया और मुकाबला 4-1 से अपने नाम कर राहत की सांस ली। हालांकि पहले राउंड में एक भी मैच नहीं हारी थी, जिसके कारण वह दीपिका से पहले मैक्सिको का टिकट बुक कर ली। अब दूसरे राउंड में दीपिका का मुकाबला मोनिका सोरेन, बोम्बयला देवी, लक्ष्मी रानी, प्राची सिंह, वी शारदा से था। हाल ही में विश्वकप तीरंदाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली मोनिका सोरेन ने भी दीपिका को कड़ी चुनौती दी। लेकिन अंतिम समय में दीपिका का अनुभव काम आया और बेहतरीन प्रदर्शन कर स्थान पक्का कर लिया। तीसरे राउंड में मोनिका को अनुभवी बोम्बयला देवी से कड़ी टक्कर मिली। लेकिन मोनिका तनिक भी दबाव में नहीं दिखीं और सिर्फ लक्ष्य पर नजरें टिकाए रखीं। नतीजा, उसने सटीक निशाना साधा और मैक्सिको का टिकट बोम्बयला से छिन लिया।

 

पुरुष वर्ग में तरुणदीप रहे अव्वल

पुरुष वर्ग में सर्विसेज के तरुणदीप को स्थान पक्का करने के लिए थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उन्हें अतनु दास व मंगल सिंह चांपिया ने परेशान किया। लेकिन तरुणदीप ने अनुभव का फायदा उठाया और पहले ही राउंड में ही विश्वकप का बर्थ बुक कर लिया। फॉर्म में चल रहे अतनु दास को दूसरे राउंड में राहुल बनर्जी, गौतम व मंगल सिंह चांपिया से कोई खास चुनौती नहीं मिली। लेकिन तीसरे राउंड में मंगल सिंह चांपिया को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एक समय राहुल बनर्जी, गौतम व मंगल सिंह चांपिया के बीच टाई हो गया। लेकिन मंगल के अनुभव के आगे राहुल व गौतम धराशायी हो गए।

 

तकनीकी कारणों से जयंत बाहर

टाटा स्टील के जयंत तालुकदार को लेकर अंतिम समय तक ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। साई, कोलकाता में चयन ट्रायल के दौरान जयंत ने स्कोरशीट पर साइन नहीं किया था, जो कि जरूरी होता है। हालांकि नियम के अनुसार खिलाड़ी के पीछे ज्यूरी होना चाहिए और अंतिम राउंड के पहले यह घोषणा करनी है कि सभी खिलाड़ी स्कोरशीट पर हस्ताक्षर करे। कोलकाता में हुए चयन ट्रायल के दौरान इन नियमों का पालन नहीं किया गया। नतीजा, दूसरे राउंड के स्कोरशीट पर जयंत हस्ताक्षर करना भूल गए। इसके कारण तीरंदाजी फेडरेशन ने उन्हें ट्रायल में शामिल करने से इन्कार कर दिया।