फीरोजाबाद। जेल में कैदी की मौत पर हुए बवाल में 26 कैदियों को दूसरी जेल स्थानांतरित किए जाने के बाद फिर कार्रवाई हुई। अब छह अन्य बंदियों को उच्च सुरक्षा बैरक में भेजा गया है। वहीं मंगलवार को जेल में मेडिकल कैम्प लगाकर 370 कैदियों को दवा वितरित की गई।

तीन अक्टूबर को जिला कारागार में हत्या के आरोप में बंद थाना लाइनपार के गांव आलमपुर जारखी निवासी मुकेश उर्फ नीटू की संदिग्ध अवस्था मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था। जांच में 26 बंदी जेल का माहौल बिगाड़ने, बंदियों को भड़काने और गुटबाजी में संलिप्त पाए गए। जिन्हें पड़ोसी जनपदों की जेलों में भेजा गया है।

जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया जेल में तैनात डॉक्टर और बंदी रक्षकों को सख्त हिदायत दी गई है। बंदी को किसी तरह की परेशानी पर तत्काल उपचार मुहैया कराया जाएगा। अनुशासन तोड़े जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं जेल के माहौल को सुधारने के लिए छह बंदियों को उच्च सुरक्षा बैरक में पहुंचाया है।

मजिस्ट्रेटी जांच में दर्ज हुए बयान

मुकेश उर्फ नीटू की मौत के मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कर रहे सिटी मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार ने बुधवार को डॉक्टर कौशल किशोर, फार्मासिस्ट और दो बंदियों के बयान दर्ज किए हैं। मृतक की मां तीन दिन पूर्व बयान दर्ज करा चुकी है। मां का कहना था कि मेरा बेटा बीमार नहीं था, उसके साथ कोई साजिश हुई है। घटना के संबंध में जानकारी रखने वाले लोग तीन दिन में उनके कार्यालय पर बयान दर्ज करा सकते हैं।