कोरियर मैन से मदद ले रही एटीएस

इलाहाबाद के कीडगंज में पिछले सेटरडे को हुए पार्सल विस्फोट में अब आरोपी तक स्केच के थू्र पहुंचाने की तैयारी पुलिस कर रही है। फर्जी एड्रेस के नाम से बुक किए इस पार्सल में दो-तीन दिन तक हाथ पांव मारने के बाद एटीएस को कुछ नहीं मिला तो वह अब स्केच का सहारा ले रही है। अभी तक की जांच में यह बात निकलकर आ रही है कि कोई है जो अभिषेक की जान लेना चाहता है। लेकिन वह कौन है? अगर है तो इनका टेक्नोसेवी कैसे है कि पार्सल बम तैयार कर लिया। अब इन्हीं अहम सवालों का जवाब पुलिस खोजने में लगी हुई है.  इस स्केच की मदद से पुलिस अभिषेक और उसके पिता से पूछताछ करने में जुटी है कि क्या वे इस शख्स को पहचानते हैं।

जांच में खुलता गया राज

पार्सल बम ब्लास्ट होने  के बाद पुलिस टीम के साथ कई बड़ी एजेंसिया भी इस मामले की तफ्तीश में जुटी हैं। शुरुआती जांच में ही पुलिस को पता चल गया था कि पार्सल पर लिखा बनारस का एड्रेस फर्जी है। इसके बाद एक फिर से पुलिस टीम इस जांच में जुट गई कि पार्सल को कहां से बुक कराया गया है। 24 घंटे बाद ही पुलिस ने उसे भी ट्रेस कर लिया। पता चला कि भदोही के गोपीगंज एरिया में स्थित ब्लेज फ्लैश कोरियर में पार्सल बुक कराया गया है।

25 साल का था युवक

कोरियर वाले ने पूछताछ के बाद पुलिस को बताया कि मौत का पार्सल भेजने वाला कोई सामान्य सा लड़का था। उसकी उम्र करीब 25 साल के आसपास थी। पुलिस ने इस मामले में गहन पूछताछ करने के बाद आरोपी युवक का हुलिया पूछा और अपने साथ ले गए एक्सपर्ट की मदद से आरोपी युवक का स्केच तैयार कर लिया।

फैमिली मेम्बर्स से हुई पूछताछ

मंडे को दोपहर में जांच करने में जुटी पुलिस टीम स्केच लेकर हॉस्पिटल पहुंंची। वहां पर अभिषेक के पिता को स्केच दिखाया और काफी देर तक पूछताछ करती रही। अभिषेक की मां और बहन से भी पूछताछ की गई। जांच एजेंसी इस बात की जानकारी लेने में जुटी रही कि कौन व्यक्ति इस शक्स को पहचानता है। या कहीं इससे पहले कभी देखा है। हालांकि इस मामले में अभिषेक के पिता ने मीडिया को कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। पुलिस को इस केस में सबसे ज्यादा क्लू अभिषेक से ही मिल सकती है लेकिन अभी अभिषेक की हालत क्रिटिकल बनी हुई है। अभिषेक से पूछताछ करने के लिए पुलिस भी हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।