- दीनदयाल ग्रामीण कौशल योजना के तहत होगा कौशल विकास

- तीन साल में 5 हजार युवाओं को स्किल्ड बनाने का है लक्ष्य

DEHRADUN: केंद्र सरकार की दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयूजीआरवाई) के तहत राज्य के पांच हजार युवाओं को स्किल्ड किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को करीब 54 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है।

एक्सपर्ट कंपनी करेगी ट्रेंड

युवा बेरोजगारों को नौकरी के सिवाय स्वरोजगार से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण मिशन योजना के जरिए युवाओं का देशभर में स्किल डेवलेपमेंट किया जा रहा है। केंद्र के दिशा-निर्देशों के तहत सूबे में भी अब करीब पांच हजार युवाओं का स्किल डेवलेपमेंट (कौशल विकासस) किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए राज्यभर के युवा पढ़े-लिखे बेरोजगारों का चयन किया जाएगा। स्किल डेवलेपमेंट के लिए एक्सपर्ट कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। बाकायदा इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। उसी कंपनी का इसमें चयन होगा, जो केंद्र सरकार के मानकों पर खरी उतरेगी।

पैरेंट्स की भी होगी काउंसिलिंग

एनआरएलएम की राज्य इकाई के मुताबिक इसके लिए केंद्र सरकार को भ्ब् करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है। केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद युवा पढ़े-लिखे बेरोजगारों का स्किल डेवलेपमेंट शुरू कर दिया जाएगा। चयन राज्यभर से होगा। कौशल विकास के लिए दून के अलावा जहां जरूरत होगी, वहां सेंटर खोले जाएंगे। जबकि जरूरत पड़ने पर राज्य से बाहर भी स्किल डेवलेपमेंट के लिए ट्रेनिंग दी जा सकती है। डीडीयूजीआरवाई योजना के तहत युवाओं के कौशल विकास से पहले पैरेंट्स की काउंसिलिंग भी होगी। पात्र अभ्यर्थियों के चुनाव के बाद उनकी च्वाइस के मुताबिक स्किल डेवलेपमेंट किया जाना प्रस्तावित है। स्किल डेवलपमेंट के तहत दी जाने वाली ट्रेनिंग में टेक्निकल स्किल पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।