-पर्वतारोहियों ने छात्रों को सफलता के लिए किया प्रेरित

JAMSHEDPUR: टाटा बिजनेस एक्सीलेंस समूह की ओर से लोयोला स्कूल के फेशी ऑडिटोरियम में गुरुवार को आयोजित 'स्काई इज द लिमिट' नामक कार्यक्रम में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली महिला पर्वतारोहियों ने छात्रों को अपनी सफलता की कहानी सुनाई। बचेंद्री पाल, अरुणिमा सिन्हा व प्रेमलता अग्रवाल ने छात्रों को सबसे पहले लक्ष्य निर्धारित करने को कहा। लक्ष्य की प्राप्ति हो जाने के बाद, उनसे दूसरे के लक्ष्य की प्राप्ति का माध्यम बनने तथा उन्हें सहयोग करने को प्रेरित किया। तीनों पर्वतारोहियों ने कहा कि इससे आप सिर्फ समाज ही नहीं बल्कि देश के विकास में भी अहम योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम में शहर के भ्0 सरकारी व निजी विद्यालयों के क्ख्00 छात्रों ने भाग लिया। मुख्य रूप से रुचि नरेंद्रन, जिला शिक्षा पदाधिकारी आरकेपी सिंह, लोयोला स्कूल के प्राचार्य फादर सेबेस्टियन एसजे सहित टाटा स्टील के कई अधिकारी भी उपस्थित थे।

अनुशासन का पाठ पढ़ाया

लोयोला के फेशी ऑडिटोरियम में आयोजित स्काई इज द लिमिट नामक कार्यक्रम में प्रश्नोत्तर के दौरान जब एक सरकारी स्कूल की छात्रा ने जब पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा से ¨हदी में प्रश्न पूछा तो ऑडिटोरियम में बैठे अंग्रेजी स्कूल के छात्रों ने तंज कस दिया और ठहाके लगाने लगे। इस पर अरुणिमा ने छात्रों को अनुशासन में रहने को कहा। नसीहत दी कि छात्र भाषा का सम्मान करें। वह भी ¨हदी का सम्मान करती है और भाषण भी उन्होंने पूरी तरह ¨हदी में ही दिया। सिन्हा ने कहा, अंग्रेजी हो या ¨हदी भाषा का सम्मान अवश्य होना चाहिए। यह अगर आप नहीं कर सकते तो फिर आपमें संस्कारों की कमी है। इसे सुधारा जाना चाहिए। ¨हदी माध्यम के छात्र सीमित संसाधनों में कठोर परिश्रम कर अपनी सफलता की कहानी लिखते हैं। इस कारण उन पर तंज कसना अनुचित है।