- अब तक सिर्फ चार रूटों पर ही दौड़ रही है स्लीपर बसें

- चुनाव बाद बुलाई जाएगी बस मालिकों की बैठक

- पहले चरण में 22 से अधिक स्लीपर बसों होंगी शामिल

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: प्रदेश के चार रूटों के बाद जल्द ही कई अन्य रूटों पर पैसेंजर्स को स्लीपर बसों की सेवा की सौगात मिलने वाली है. आचार संहिता हटने के बाद परिवहन निगम सबसे पहली बैठक स्लीपर बस सेवा में इजाफा करने को लेकर करेगा. समर वेकेशन में पैसेंजर्स को स्लीपर बसों की सेवा देने के लिए परिवहन निगम ने प्राइवेट बस संचालकों की बैठक बुलाई है. इन बस संचालकों ने परिवहन निगम में अपनी बसों को लगाने के लिए आवेदन दे रखे हैं. परिवहन निगम को पहले चरण में कुछ 23 स्लीपर बसों का संचालन करना है.

समर वेकेशन में बढ़ जाते हैं पैसेंजर्स

अब तक दिल्ली, बलिया, गोरखपुर रूट पर ही स्लीपर बसों का संचालन हो रहा है जबकि कई ऐसे रूट हैं जिनपर समर वेकेशन में सफर करने वालों की संख्या बढ़ जाती है, लेकिन इन रूटों पर स्लीपर बसों का संचालन नहीं हो रहा है. ऐसे में इन रूटों पर स्लीपर बसों चलाने को लेकर परिवहन निगम ने कवायद शुरू कर दी है. जानकारों की मानें तो जून के पहले सप्ताह में इन बसों का संचालन शुरू हो सकता है. इन बसों में 30 अधिक से पैसेंजर्स के सोने की व्यवस्था उपलब्ध रहती है. इसके साथ ही पैसेंजर्स को ट्रेन में मिलने वाले कंबल और तकिया की सुविधा भी दी जा रही है.

वॉल्वो की तुलना में किराया होगा कम

विभागीय अधिकारियों के अनुसार स्लीपर बसों के लिए इस बार वाराणसी, प्रयागराज, देहरादून, काठगोदाम, जयपुर, फैजाबाद, नेपाल के साथ ही कई अन्य जगहों के लिए स्लीपर बसों का संचालन किया जाना है. रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार स्लीपर बसों का किराया वॉल्वो से सस्ता रखा गया है. इनमें एडवांस बुकिंग भी सुविधा भी यात्रियों को दी जाएगी. बैठक के बाद जैसे-जैसे बसें आती जाएंगी, वैसे-वैसे बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.

कोट

स्लीपर बसों की जानकारी अभी तक पैसेंजर्स को नहीं है. ऐसे में इनमें भीड़ कम हो रही है. इसके लिए जल्द ही अभियान चलेगा. साथ ही रोडवेज के बस बेड़े में 20 से अधिक स्लीपर बसों को जल्द ही शामिल किया जाएगा.

राजेश वर्मा

मुख्य प्रधान प्रबंधक संचालन

परिवहन निगम

बॉक्स

नॉन स्टॉप सेवा में चलेंगी स्लीपर बसें

परिवहन निगम ने स्लीपर बसों की सेवा इसी साल शुरू की है. डग्गामार बसों में पैसेंजर्स की भीड़ को देखते हुए परिवहन निगम ने रोडवेज के बस बेड़े में इन बसों को जगह दी है. अधिकांश स्लीपर बसों का संचालन रात में करने की प्लानिंग की गई है जिससे पैसेंजर्स का सफर सोते हुए ही पूरा हो. इन बसों को नॉन स्टॉप चलाने की तैयारी है जिससे सफर में समय भी कम लगे.