जासूसों की शरणस्थली बना वेस्ट यूपी, अब तक पकड़े गए 19 आतंकी

 

50 से अधिक पाकिस्तानी जासूस भी सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे चढ़े

 

Meerut : पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का स्लीपर सेल मोहम्मद एजाज नवंबर 2015 में मेरठ के कैंट एरिया से पकड़ा गया। गिरफ्तारी के एक सप्ताह पहले से वो मेरठ में था और शहर के विभिन्न स्थानों पर रहा। हालांकि खुफिया एजेंसियां स्लीपर सेल से लोकल कांट्रेक्ट नहीं खंगाल सकीं किंतु सवाल है कि मेरठ में एजाज को एक सप्ताह तक किसने पनाह दी? और शायद यही वजह है कि पाकिस्तानी जासूसों की मेरठ समेत वेस्ट यूपी में आसानी से घुसपैठ हो रही है। बुधवार को एनआईए, एसटीएफ द्वारा मेरठ समेत वेस्ट यूपी के विभिन्न जनपदों में 17 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी से एक बार फिर कड़ाके की सर्दी में वेस्ट का पारा चढ़ गया है।

 

आसानी से मिलती है पनाह

वेस्ट यूपी में पिछले 15 सालों में 19 आतंकी और 50 जासूस पकड़े जा चुके हैं। शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों की चहलकदमी के बाद भी आतंक की जड़ वेस्ट यूपी से नहीं उखड़ रही है। राजधानी दिल्ली से नजदीकी के कारण भी आतंकी यहां शरण लेते हैं। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन, इंडियन मुजाहिद्दीन ने वेस्ट यूपी में गहरी पैठ जमाई हुई है। इसके अलावा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट भी मेरठ में पकड़े गए हैं।

 

लापरवाही भी आ रही आड़े

खुफिया विभाग की रिपोर्ट जहां कह रही है कि वेस्ट यूपी में कोई पाकिस्तानी गायब नहीं हैं जबकि सच्चाई यह है कि 30 से अधिक पाकिस्तानी वेस्ट यूपी में गायब चल रहे हैं। खुफिया एजेंसियों की लापरवाही भी बड़े घटनाक्रम को अंजाम देती है। गत दिनों म्यांमार से आए रोहिंग्या की गिनती को लेकर भी जमकर बवाल हुआ था। बिना अनुमति के देश में रह रहे रोहिंग्या की धरपकड़ के लिए भी अभियान चलाया जाता है, जो कारगार साबित नहीं हो रहा है।

 

दिल्ली से नजदीकी भी वजह

सैन्य ठिकानों से नजदीक देश की दूसरी सबसे बड़ी छावनी मेरठ कैंट, हापुड़ की बाबूगढ़ छावनी, सहारनपुर का एयरफोर्स बेस, गाजियाबाद का हिंडन एयरफोर्स बेस आतंकियों के निशाने पर रहते हैं। वहीं, राजधानी के नजदीक होने का भी आतंकी फायदा उठाते हैं। इसी कारण वेस्ट यूपी के इन जिलों को ठिकाने के लिए चुना जाता है। हाल ही में मेरठ कैंट से एक जवान को भी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को देते हुए पकड़ा गया था। गौरतलब है कि बुधवार को मेरठ में किठौर थानाक्षेत्र के हथियार तस्करी के लिए कुख्यात रार्धना गांव और परीक्षितगढ़ में एनआईए और एटीएस ने संयुक्त छापेमारी की।

 

वेस्ट का आतंक कनेक्शन

30 अप्रैल 2001-पाकिस्तान से ट्रेंड एक आतंकी को हापुड़ के मदरसे से पकड़ा

1 मई 2001-सहारनपुर से आईएसआई एजेंट पकड़ा गया।

8 जनवरी 2002-गाजियाबाद में आईएसआई को मुठभेड़ में मार गिराया।

22 मार्च 2002-हापुड़ से लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकी पकड़े गए।

9 जून 2002-मुरादाबाद से हिजबुल मुजाहिद्दीन के पांच आतंकी गिरफ्तार।

15 जुलाई 2002-मुजफ्फरनगर से आईएसआई एजेंट गिरफ्तार।

14 मार्च 2003-मुजफ्फरनगर से जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी सज्जाद और इत्तफाकुल गिरफ्तार।

18 अप्रैल 2004-मेरठ से रूबी बेगम नामक आईएसआई एजेंट गिरफ्तार।

2004-बुलंदशहर के सिकंदराबाद में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी पकड़े

2005-बुलंदशहर के स्याना से पाकिस्तान का जासूस डॉक्टर पकड़ा।

10 मार्च 2005-मेरठ से खलील हुसैन शाह नाम का आईएसआई एजेंट गिरफ्तार।

23 अगस्त 2005-लश्कर-ए-तैयबा चीफ कोआर्डिनेटर अबू रज्जाक मसूद का मुजफ्फरनगर कनेक्शन।

21 जून 2007-बिजनौर में भारी मात्रा में आरडीएक्स के साथ हूजी के दो आतंकी गिरफ्तार।

12 दिसंबर 2008-मेरठ सीआरपीएफ कैंप हमले से जुड़े लश्कर-ए-तैयबा का फहीम अंसारी गिरफ्तार।

10 जनवरी 2009-सहारनपुर से आईएसआई एजेंट आमिर अहमद उर्फ भूरा गिरफ्तार।

16 अगस्त 2014-मेरठ से संदिग्ध आईएसआई एजेंट आसिफ अली गिरफ्तार।

27 नवंबर 2015-मेरठ में आईएसआई एजेंट एजाज को एसटीएफ ने कैंट एरिया से पकड़ा।

 

आतंक का मेरठी कनेक्शन

17 अक्टूटर 2018-सेना में नौकरी करते हुए पाकिस्तान के लिए जानकारियां जुटाने और साझा करने के आरोप में सेना पुलिस ने एक जवान को मेरठ से पकड़ा।

22 अगस्त 2017-एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने बांग्लादेशी नागरिक अबू हना को फलावदा से गिरफ्तार कर लिया।

26 जनवरी 2010-रुड़की में पकड़ा गया असद। मेरठ में रहकर हासिल की भारतीय नागरिकता व पासपोर्ट।

11 जनवरी 2010-आबूलेन में आईएसआई एजेंट नासिर गिरफ्तार।

13 जनवरी 2010-नासिर का साथी और नजीबाबाद निवासी आईएसआई एजेंट मुकीम गुड़गांव से गिरफ्तार।

3 अक्टूबर 2009-आगरा निवासी मेहरुन्निशा उर्फ ज्योति कोलकाता में गिरफ्तार। पूछताछ में कबूला, मेरठ में बनाए एक दर्जन एजेंट।

12 सितंबर 2009-कानपुर में पकड़ा गया आईएसआई एजेंट इम्तियाज। पूछताछ में मेरठी कनेक्शन कबूला।

20 जनवरी 2009-बिना वीजा रह रही पाकिस्तानी नागरिक सोफिया गिरफ्तार।