-जेल में बढ़ती जा रही बंदियों की तादाद

-बीमार बंदियों के लिए खड़ी हो रही समस्या

GORAKHPUR: मंडलीय कारागार गोरखपुर में चैन से सोने के लिए रातभर जागना पड़ता है। क्षमता से दोगुने बंदियों के तादाद से पटी जेल में चैन से सोने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। ज्यादातर बंदियों को जैसे-तैसे रात गुजारनी पड़ती है। खास बंदियों के जगह खाली करने पर ही आम बंदी नींद पूरी कर पाते हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक का कहना है कि समस्याओं को दूर करने का प्रयास चल रहा है। कार्यभार संभालने के साथ ही सबके संबंध में पत्राचार किया गया था।

बीमार बना रही बंदियों की बढ़ती संख्या

मंडलीय कारागार में निर्धारित क्षमता से अधिक बंदी निरुद्ध हैं। बैरकों में जगह न होने से बंदी सोने के लिए एक दूसरे से भिड़ जाते हैं। कई बार ऐसे हालात बन जाते हैं कि बंदी बदन सीधा करने के लिए इंतजार करते हैं। जैसे ही कोई जगह खाली होती है। उस जगह पर कोई दूसरा बंदी सो जाता है। प्रभावशाली बंदियों को असुविधा नहीं होती। लेकिन खास के बीच पिस रहे आम बंदी अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते। जेल से जुड़े लोगों का कहना है कि कम सोने की वजह से बंदी बीमार होने के लिए लगे हैं् बुजुर्ग और उम्रदराज बंदियों कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रोजाना 10 से 15 बीमार पड़ रहे हैं जिनका उपचार जेल के अस्पताल में कराया जाता है। जेल प्रशासन से जुड़े लोगों ने बताया कि करीब आठ सौ की क्षमता वाली जेल में बंदियों की संख्या 17 सौ पार कर चुकी है।

बंदियों की तादाद

बंदी पुरुष महिला अल्प व्यस्क योग

सिद्धदोष 281 19 300

बंदी 1278 62 74 1414

विदेशी बंदी 03 01 04

टोटल 1562 82 74 1718

वर्जन

जेल की समस्याओं को दूर करने के लिए पत्र लिखा जा चुका है। कई चीजों के सुधार के लिए कार्रवाई चल रही है। जल्द ही जेल की व्यवस्था में बदलाव आ जाएगा।

ॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक