- एक सप्ताह बाद भी 11 लोगों को गिरफ्तार कर सकी पुलिस

- अभी तक 500 में से 65 उपद्रवियों की पहचान

- पुलिस की धीमी कार्रवाई से लोगों में आक्रोशित

Meerut: कोतवाली क्षेत्र में हुए दंगे ने एक की जान ले ली और कई घायल हो गए। इस मामले में पुलिस धीमी गति से कार्रवाई कर रही है। उपद्रव के संबंध में पुलिस को मीडिया और अन्य लोगों से भ्00 फोटो प्राप्त हुए थे। उनमें से अभी तक मात्र म्भ् उपद्रवियों की पहचान की गई, जिनमें से क्क् की गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।

क्या था मामला

तीरगरान से शुरू हुई हिंसा सर्राफा, बाजाजा बाजार तक पहुंच गई थी। जिसमें कई लोग घायल हो गए थे जबकि शुभम रस्तोगी की गोली लगने से मौत हो गई थी। शासन ने गंभीरता से लिया। डीजीपी आनंद लाल बनर्जी और प्रमुख सचिव गृह अनिल गुप्ता मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने एक सप्ताह में हमलावरों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। पुलिस ने चार दिनों तक तो मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई की। मामला शांत होने के बाद पुलिस ने भी कार्रवाई के नाम पर हाथ पीछे खीच लिए हैं। पुलिस को कार्रवाई में तेजी लानी चाहिए।

इन्होंने कहा

सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पिछले तीन दिनों से कोई डवलपमेंट नहीं हुआ है। पुलिस फोर्स को मतगणना की डयूटी में लगाया गया था। फोटो के चिन्हीकरण का काम तेजी से चल रहा है। उनकी पहचान करने के बाद ही सभी की गिरफ्तारी की जाएगी।

ओंकार सिंह

एसएसपी

मेरठ।