RANCHI : राजधानी में एकबार फिर चिकनगुनिया ने दस्तक दे दी है। इस बार इलाका है रांची किशोरगंज का शिवशक्ति नगर, जहां दर्जनों घरों में चिकनगुनिया के मरीज पड़े हैं। इसके बावजूद न तो स्वास्थ्य विभाग को इसकी फिक्र है और न ही रांची नगर निगम को इसकी खबर। ऐसे में जब मरीजों की संख्या बढ़ जाएगी तब स्वास्थ्य विभाग की नींद खुलेगी। बताते चलें कि राजधानी में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या कम होने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने अभियान को बंद कर दिया था।

मोहल्ले के कई घरों में मरीज

चिकनगुनिया यानी लंगड़ा बुखार के कारण दर्जनों परिवारों के लोग परेशान हैं। बुखार और बदन दर्द में लगातार वे दवा खा रहे हैं। इसके बावजूद उनकी परेशानी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। लोगों का कहना है कि पहले यह बीमारी हिंदपीढ़ी इलाके से शुरू हुई। इसके बाद यह बीमारी हरमू के कई इलाकों में फैल गई। अब तो शिवशक्ति नगर में भी कई परिवारों के लोग चिकनगुनिया की चपेट में हैं।

फॉगिंग ठप, कूड़ा नहीं उठा रहे स्टाफ

मोहल्ले में फॉगिंग नहीं किए जाने से भी लोग नाराज हैं। वहीं डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन नहीं होने के कारण घरों में ही कचरा जमा कर रहे हैं। इस वजह से भी मोहल्ले में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इसे लेकर कई बार लोगों ने पार्षदों से कंप्लेन भी की। इसके बावजूद महीनों से न फॉगिंग कराई गई और न ही कचरे का रेगुलर उठाव हो रहा है।

मुझे भी चिकनगुनिया हो गया था। चलना-फिरना भी मुश्किल हो गया है। मोहल्ले में कई लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। कोई देखने तक नहीं आता है तो क्या कहा जा सकता है।

पुष्पा

हमारे घर की बिल्डिंग में कई लोगों को चिकनगुनिया हुआ। मोहल्ले में अब भी कुछ लोगों को यह बीमारी है और वे लोग दवा खा रहे हैं। आखिर स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम कहां सोया हुआ है।

राधिका टिबड़ेवाल

फॉगिंग की गाडि़यां तो कई महीने से नहीं आई हैं। सफाई के लिए कंप्लेन की तो कोई सुनता नहीं। हमलोगों ने कुछ दिन पहले खुद से चंदा कर सफाई कराई थी। आखिर हमलोग भी इंसान हैं।

संतोषी

वर्जन

कुख सस्पेक्टेड लोग मिले हैं, जिनको सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि उन्हें चिकनगुनिया है या नहीं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डॉ.वीबी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची